गोपेश्वर (चमोली)। नगर पालिका परिषद चमोली गोपेश्वर की ओर से वर्तमान समय में नगर क्षेत्र के अंतर्गत पालिका की ओर से बनाये गये व्यावसायिक प्रतिष्ठान व आवासीय भवनों का सत्यापन किया जा रहा है। इस सत्यापन में अधिकांश व्यावसायिक प्रतिष्ठान उंचे किराये पर दूसरे को सबलेट पाये जा रहे हैं यहां तक की आवासीय भवन भी सबलेट किये गये है। जिन पर पालिका की ओर से कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में अब सबलेटकर्ता तिलमिला गये है और उनकी ओर से अब जिन्हें दुकान अथवा आवासीय भवन सबलेट किये गये है। उन्हे यह कहा जा रहा है कि या तो दुकान खाली करो या फिर सर्वे के दौरान आने वाली टीम से स्वयं को मालिका का नौकर बताये जाने की बात कही जा रही है।
बता दें कि जिलाधिकारी के निर्देश पर पालिका की ओर से दुकानों और आवासीय भवनों का किराया न चुकाने वालों पर कार्रवाई करते हुए उनकी दुकान और कमरों को सीज कर दिया गया था। लेकिन यहां मामला कुछ ही था सामने आने लगा जिन लोगों ने पालिका से दुकान अपने नाम आवंटित करवायी थी वे स्वयं तो उन दुकानों पर व्यवसाय नहीं चला रहे थे बल्कि किसी ओर को किराये पर देकर चैगुना किराया वसुल रहे थे और पालिका तक किराया नहीं पहुंच रहा था। ऐसे में इन दुकानों में अपना व्यवसाय चला रहे लोगों में लोगों में प्रशासन और नगर पालिका के प्रति भारी आक्रोश होता देख प्रशासन और नगर पालिका की टीम ने दुकानों का सत्यापन शुरू कर दिया। जिसमें अभी तक के सत्यापन में जो दृश्य सामने आया है उसमें अधिकांश दुकानों को सबलेट कर भारी भरकम किराया वसूल किया जाना पाया पा जा रहा है। ऐसे में प्रशासन व नगर पालिका की कार्रवाई से बचने के लिए और दुकानों को अपने हाथों से छिटकते देख सबलेटकर्ता तिलमिला गये है और वे अब नयी पैंतरे बाजी कर सबलेट की गई दुकानों में व्यवसाय चला रहे लोगों को दुकान खाली करवाने का दबाव बना रहे है यही नहीं कई व्यवसायियों को तो यह कहा जा रहा है कि सत्यापन टीम के सम्मुख स्वयं को दुकान में नौकरी करने की बात कहने का भी दबाव बनाया जा रहा है ताकि किसी प्रकार से भी दुकान उनके हाथों से न छिटक सके।
इधर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अनिल पंत का कहना है कि पालिका की परिसंपत्तिा का सत्यापन का कार्य लगातार जारी है। और जब तक पालिका की सभी परिसंपत्तियों का सत्यापन पूरा नहीं हो जाता यह कार्य जारी रहेगा।