विकास जुगरान
गोपेश्वर (चमोली)। कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की आकस्मिक मौत के बाद अब कांग्रेस के अंदर नेता प्रतिपक्ष और संगठन में बदलाव को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। कांग्रेस के विधायकों में सबसे उपर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का नाम इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। वे अब तक पांच बार के विधायक रह चुके है, वहीं प्रदेश अध्यक्ष पद पर युवा नेता प्रकाश जोशी का नाम भी तेजी के साथ उभर रहा है।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की मौत के बाद हल्द्वानी सीट भी खाली हो चुकी है। जिसमें आगामी विधान सभा चुनाव इंदिरा हृदयेश के विराट व्यक्तित्व के नहीं रहने से इस सीट को कांग्रेस को अपने पक्ष में बनाये रखा भी एक चुनौती होगी। वहीं नेता प्रतिपक्ष के चुनाव से पहले कांग्रेस संगठन में फेरबदल होने की संभावनाऐं भी तेजी से उभर कर सामने आ रही है।
माना जा रहा है यदि चकराता विधायक और पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाता है तो तब ऐसे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कौन हो, इसे लेकर भी चर्चाऐं जोरो पर है। जिसमें छात्र जीवन से कांग्रेस के आनुवांशिक संगठन एनएसयूआई से जुड़ रहे और राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी का नाम सबसे आगे चल रहा है। यह भी कयास लगाये जा रहे है कि यदि नेता प्रतिपक्ष के पद पर प्रीतम सिंह की ताजपोशी की जाती है तो वे गढ़वाल से है। और उत्तराखंड क्षेत्रीय संतुलन को बनाये रखने के लिए प्रदेश अध्यक्षयुवाओं की पहली पसंद के तौर पर प्रकाश जोशी सबसे उपयुक्त है। अब देखना यह होगा कि युवा नेतृत्व को मौका देकर कांग्रेस युवा नेतृत्व मे विश्वास रखती है अथवा पुराने घिसेपीटे चेहरों पर ही दाव खेलती है।