गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के घाट विकास खंड के बूरा ग्राम सभा के सिमार तोक की अनुसूचित जाति बस्ती के वासी सात साल से बस्ती के ग्रामीण पानी की बाट जोह रहे है लेकिन वर्तमान तक उन्हें पानी नहीं मिल पाया है। इस संबंध में शुक्रवार को ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर आवश्यक कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
बूरा ग्राम सभा के सिमार तोक में अनुसूचित जाति के 47 परिवार रहते है। जिनके लिए वर्ष 2014-15 में स्वजल परियोजना के तहत 46.73 लाख की पानी की योजना स्वीकृत हुई थी। लेकिन वर्तमान तक पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य बूरा बीरेंद्र शाह, मोहन सिंह पंवार, इंद्र कुमार का आरोप है कि इस पेयजल योजना के बारे में जब ग्राम स्वच्छता पेयजल समिति के लोगों से जानकारी चाही गई तो वे भी कोई संतुष्ट जबाव नहीं दे रहे है। इनका यह भी आरोप है कि 21 दिसम्बर 2021 को घाट तहसील दिवस में भी इस मामले को उठाया गया तो पता चला कि पेयजल योजना पर बिना पानी चले ही अधिशासी अभियंता निर्माण निगम गोपेश्वर ने बताया कि इस पेयजल लाइन पर पानी सूचारू किये जाने के बाद इसे हेंडओवर कर लिया गया है लेकिन वर्तमान में पीएमजीएसवाई की ओर से निर्माणधीन मोटर मार्ग के कारण क्षतिग्रस्त चल रही है। जबकि इस लाइन पर एक दिन भी पानी नहीं चला इसके बावजूद कैसे विभाग ने इसे अपने हाथ में लिया यह एक विचारणीय प्रश्न है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग एक दूसरे को बचाने के लिए लाखों रुपये से निर्मित इस योजना पर लीपापोत करने में जुटे हुए है। और सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से इस पूरी योजना की जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने अनुसूचित जाति बस्ती को पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है।