पिथौरागढ़। जिला उद्योग मित्र समिति की बैठक मंगलवार को जिलाधिकारी डाॅ.आशीष चौहान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिसमें एमएसएमई नीति के अन्तर्गत प्राप्त ब्याज उपादान, पूंजी उपादान, विद्युत उपादान के दावों सहित जनपद में उद्योग बढ़ाने को लेकर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद की प्राथमिकता एवं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उद्योग स्थापित किए जाए। उन्होंने कहा कि उद्योग मित्र मिलकर एक समिति गठित करें और अपने सुझाव व फीडबैक दें। ताकि एक ठोस कार्ययोजना के साथ उद्योग को प्रोमोट किया जा सके। उन्होंने महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र को उद्योग सम्बन्धित विभागों से समन्वय करते हुए उद्योग बन्धुओं की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश भी दिए।
जनपद में संचालित उद्योगों के ब्याज उपादान मामलों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि उद्योगों से माल उत्पादन और विक्रय के आंकड़े भी उपलब्ध करें। ताकि माल उत्पादन क्षमता के आधार पर विद्युत खपत की स्थिति स्पष्ट हो सके और विद्युत उपादान के मामलों का निराकरण किया जा सके। इस दौरान एमएसएमई नीति के अन्तर्गत ब्याज उपादान के 20, पूंजी उपादान का एक तथा विद्युत उत्पादन के सात दावों की गहनता से जांच की गई। बैठक में मुख्य कोषाधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग कविता भगत, समिति के सदस्य एवं उद्योग मित्र मौजूद थे।