गोपेश्वर (चमोली)। भारत सरकार की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत चमोली में रुद्रा रिसर्च एवं डेवलपमेंट फाउडेंशन की ओर से 12 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरु कर दिया गया है। चमोली में उत्तरकाशी के 25 स्वयं सेवकों को आपदा राहत एवं बचाव का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मंडल में आयोजित प्रशिक्षण शिविर के का शुभारंभ करते हुए पीजी कॉलेज गोपेश्वर में भूगर्भ विज्ञान के विभागध्यक्ष डा. अरविंद भट्ट ने स्वयं सेवियों को भूगर्भी हलचल और भूगर्भीय बदलावा के साथ आपदा के प्रकार के विषय में जानकारी देते हुए। उत्तराखंड में आने वाली आपदाओं के विषय में विस्तृत जानकारी दी। वहीं रूद्रा फाउण्डेशन के सचिव डीपी शैली ने स्वयं सेवियों को आपदा के प्रभाव को कम करने व आपदा के दौरान राहत-बचाव कार्य करने को लेकर जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर देव चन्द्र व दीपक मेहरा ने आपदा बचाव में उपयोगी उपकरणों और उनके प्रयोग के विषय में जानकारी दी। डीपी शैली ने बताया कि प्रशिक्षण में 100 स्वयं सेवियों को 4 समूहों में आवासीय व्यवस्था के साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रथम चरण में उत्तकाशी के 25 स्वयं सेवियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।