गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं शोध केन्द्र (यूसर्क) और ग्राम्य शिक्षण पर्यावरण संस्था, डुमक के संयुक्त तत्वाधान में चमोली जिले के जनता हाई स्कूल बेमरू में प्रकृति के लिए विज्ञान और समाज विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिसके तहत मंगलवार को छात्रों को राजकीय इंटर कालेज अल्कापुरी स्थित विज्ञान भवन और औषधीय वन अनुसंधान पौधालय टंगसा का भ्रमण करवाया गया।
भ्रमण के दौरान समाज विज्ञानी उमाशंकर बिष्ट ने कहा कि सतत विकास के लिए समाज और विज्ञान में बेहतर तालमेल की आवश्यकता है। इस तालमेल को बनाने के लिए स्कूल शिक्षण और विज्ञान का समुदाय स्तर पर प्रसार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति को बचाये रखने के लिए हम सबको प्रयास करना होगा। जनता हाई स्कूल, बेमरू के प्रबन्धक बहादुर सिंह रावत ने कहा कि विज्ञान को व्यवहार में लाने के लिए प्रकृति और उसका विज्ञान ज्यादा कारगर है। छात्रों को औषधीय वन अनुशंधान पौधालय, टंगसा का भी भ्रमण करवाया गया। इस भ्रमण के दौरान वन आरक्षी श्रवण कुमार, पौधालय के क्रमिक लक्ष्मण सिंह और कस्तूरा देवी ने छात्रों को अलग-अगल किस्म की वनस्पतियों, उनको उगाने के तरीकों और सामाजिक और आर्थिक लाभों की जानकारी दी। छात्रों ने पौधालय में विकसित मित्रित वन का भी भ्रमण किया जिसमें 45 प्रकार की वनस्पतियों का उत्पादन किया गया है। इस अवसर पर संस्था के मुख्य प्रशिक्षक प्रभा रावत, पंकज पुरोहित आदि मौजूद थे।