गोपेश्वर (चमोली)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सेना में भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों की आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान करने की मांग की है। इस संबंध में एबीवीपी ने रक्षामंत्री को एक ज्ञापन भेजा है।
बता दें कि कोरोना जनित परिस्थितियों के कारण जहां जन-जीवन अस्त व्यस्त हुआ था, वहीं दूसरी तरफ भर्ती प्रक्रिया नियमित अंर्तराल में आयोजित नहीं हो पायी। कोविड-19 के कारण प्रतिबंधित क्षेत्रों में फंसे अभ्यर्थी भर्ती परीक्षाओं में सम्मिलित होने से वंचित हो गये है। ऐसे अप्रत्याशित रूप से परीक्षा से वंचित रह जाने के कारण कड़ा परिश्रम कर रहे अभ्यर्थियों का सेना में भर्ती होने का सपना साकार नहीं हो पाया है।
अभाविप चमोली के जिला संयोजक आयुष हटवाल ने कहां की परीक्षा देने से वंचित रह गये विद्यार्थियों के हित को ध्यान रखते हुये विद्यार्थी परिषद रक्षा मंत्री से मांग की है कि भारतीय सेना में सभी तरह की भर्ती प्रक्रियाओं के लिए अभ्यर्थियों को एक वर्ष की आयु संबंधी छूट प्रदान की जाए, ताकि कोरोना जनित परिस्थितियों में अपने अंतिम अवसर से छूट गए अभ्यर्थी अपने अंतिम प्रयास में उत्साह के साथ सम्मिलित हो सके। प्रदेश मंत्री काजल थापा ने कहा कि प्रत्येक वर्ष उत्तराखंड से काफी अधिक संख्या में प्रदेश के युवा सेना में भर्ती होने के लिए जाते है। ऐसे में कोरोना काल के चलते कई अभ्यर्थी इससे वंचित हो गये है। लिहाजा ऐसे में सेना में भर्ती होने का सपना पाले अभ्यर्थियों को सरकार को एक और अवसर देना चाहिए।