गोपेश्वर (चमोली)। सोशल मीडिया पर भोटिया समुदाय के प्रति अभ्रद टिप्पणी के आरोप में आरोपित शिक्षक डा. भगवती प्रसाद पुरोहित को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि सोशल मीडिया पर भोटिया समुदाय के प्रति अभ्रद टिप्पणी किये जाने के मामले में भोटिया समाज की ओर से 18 फरवरी को थाना गोपेश्वर में एक प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी। मामले में लंबे समय तक कोई गिरफ्तारी न होने पर चार मार्च को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन भी किया था साथ ही जल्द ही गिरफ्तारी न होने पर सत्र के दौरान विधान सभा घेराव की चेतावनी भी दी थी। भोटिया समुदाय के आक्रोश को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने तेजी लाते हुए मंगलवार को आरोपित शिक्षक की गिरफ्तारी कर दी है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 18 फरवरी को पुष्कर सिंह राणा की ओर से थाना गोपेश्वर पर आकर तहरीर दी कि डॉ. भगवती प्रसाद पुरोहित की ओर से सोशल मीडिया पर भोटिया जनजाति के विरुद्ध आपत्तिजनक लेख लिखा गया है, जिससे भोटिया जनजाति की सामाजिक स्वाभिमान पर आघात पहुंचा है। जिसके आधार पर थाना गोपेश्वर में एससी/एसटी एक्ट के साथ ही अन्य धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया था। गंभीर प्रकृति की घटना घटित होने पर पुलिस अधीक्षक चमोली प्रमेन्द्र डोबाल की ओर से मामले की विवेचना पुलिस उपाधीक्षक नताशा सिंह के सुपुर्द किया गया। अभियुक्त की ओर से जनजाति विशेष पर की गयी टिप्पणी से आमजन में काफी आक्रोश व्याप्त था। साथ ही इसी शिक्षक के विरुद्ध वर्ष 2016 में भी अनुसूचित जाति वर्ग पर जानबूझकर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने एवं धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाकर अपमानित करने के संबंध में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। अभियुक्त की ओर से बार-बार इस प्रकार के कार्यों की पुनर्रावृत्ति की जा रही थी। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गयी जिसके बाद मंगलवार को उसे गोपेश्वर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस टीम में पुलिस उपाधीक्षक नताशा सिंह, उप निरीक्षक नवनीत भण्डारी प्रभारी एसओजी, हेड कांस्टेबल मनमोहन भण्डारी एसओजी, सिपाही चन्दन नागरकोटी एसओजी, दिनेश लोहानी शामिल थे।