महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर की रोक लगाने की मांग

हरिद्वार। महिलाओं का गैंग चलाने वाले, भूमाफिया, जेल की हवा खा चुके, करोड़ों का घोटाला करने वाले, पर्यावरण के नाम पर बिना काम करे घोटाला करने वाले, महिलाओं की सम्पत्ति पर कब्जा करने वाले अरूण गिरि को आवाह्न अखाड़े द्वारा आचार्य महामण्डलेश्वर बनाए जाने पर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि शिष्य महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रांनद गिरि महाराज ने कड़ी आपत्ति जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजकर अरूण गिरि व आवाह्न अखाड़े की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है।

स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में कहाकि 11 मार्च को आवाह्न अखाड़े द्वारा माफिया अरूण गिरि को बड़ी धनराशि लेकर आचार्य महामण्डलेश्वर बनाया जा रहा है। कहा कि अरूण गिरि महिलाओं का गैंग चलाने वाला, भूमाफिया, जेल की हवा खा चुका, करोड़ों का घोटालेबाज, पर्यावरण के नाम पर बिना काम करे घोटाला करने वाला, महिलाओं की सम्पत्ति पर कब्जा करने वाला, बिना पढ़ा लिखा। है। ऐसे व्यक्ति को आचार्य बनाना सनातन संस्कृति का अपमान व उसे गर्त में ले जाने वाला कृत्य है। उन्होंने कहाकि अरूण गिरि ने कुछ महिलाओं को ठिकाने लगा दिया, जबकि कुछ बचकर भागने में कामयाब रहीं। कहाकि अरूण गिरि अनपढ़ होने के साथ शास्त्रीय ज्ञान से भी अछूता है। ऐसे व्यक्ति को आवाह्न अखाड़ा आचार्य पद पर 11 मार्च को सुशोभित करने जा रहा है, जिसके निमंत्रण पत्र भी दिए जा चुके हैं। इस कार्य के लिए आवाह्न अखाड़े ने करोड़ों रुपये का लेनदेन किया है। उन्होंने कहाकि यदि ऐसे ही चोर-उच्चके आचार्य पद पर बैठने लगे तो सनातन संस्कृति का नाश हो जाएगा। उन्होंने इस कृत्य को सनातन संस्कृति पर आंतरिक हमला करार दिया।

स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहाकि उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर तत्काल इस कार्य पर रोक लगाने व अरूण गिरि की व अखाड़े की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहाकि संतों को करोड़ो रुपये से क्या लेना देना है। सनातन संस्कृति को बचाने के लिए ऐसे व्यक्तियों पर कार्यवाही होना आवश्यक है।

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