गोपेश्वर (चमोली)। समाज कल्याण विभाग रुद्रप्रयाग की लापरवाही के चलते आरक्षित वर्ग के गरीब छात्रों के लिये संचालित छात्रवृति योजना का लाभ पात्र अभ्यर्थियों को नहीं मिल पा रहा है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते छात्रों को योजना के लाभ लेने के लिये दर दर-ब-दर भटकना पड़ रहा है। जबकि समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की ओर से इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की जा रही है।

बता दें कि चमोली जिले के आरक्षित वर्ग के चार छात्र रुद्रप्रयाग जिले के श्री उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक भैषज कल्पक फार्मेसी प्रशिक्षण संस्थान (विद्यापीठ)  गुप्तकाशी में अध्ययनरत हैं। जिन्हें छात्रवृत्ति योजना के तहत वर्ष 2017-18 की छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया। लेकिन वर्ष 2018-19 में छात्रों की ओर से आदेवन के बावजूद समाज कल्याण विभाग रुद्रप्रयाग ने प्रकरणों का सत्यापन नहीं किया। जिसके चलते वर्तमान तक छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हो सका है। ऐसे में छात्र अब वर्ष 2018-19 की छात्रवृत्ति पाने के लिये चमोली और रुद्रप्रयाग के चक्कर काटने को मजबूर हैं। विद्यापीठ गुप्तकाशी में अध्ययनरत चमोली के आशीष पंवार, सचिन नेगी, अंकित कुंवर और शालिनी का कहना है कि समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित योजना के नियमों के आधार पर छात्रवृत्ति के लिये आवेदन किया। लेकिन विभागीय अधिकारियों की ओर से वर्तमान तक मामले में कार्रवाई की बात कही जा रही है।

क्या कहते है अधिकारी

चमोली जिले के रुद्रप्रयाग में अध्ययनरत छात्रों की वर्ष 2018-19 की छात्रवृत्ति भुगतान का मामला संज्ञान में आया है। जिसमें विभाग की ओर से तत्समय रुद्रप्रयाग कार्यालय से पत्रचार किया गया है। लेकिन रुद्रप्रयाग से प्रकरणों के सत्यापन की रिपोर्ट न मिलने से भुगतान नहीं किया गया है। जिसमें भुगतान को लेकर उच्चाधिकारियों से वार्ता कर भुगतान का प्रयास किया जाएगा।

टीआर मलेठा, जिला समाज कल्याण अधिकारी, चमोली।

वर्ष 2018-19 में छात्रवृत्ति भुगतान के सत्यापन प्रकरण को लेकर चमोली कार्यालय से जानकारी प्राप्त हुई है। मामला मेरे संज्ञान में नहीं मामले की जानकारी लेकर छात्रों की हर संभव मदद के प्रयास किये जाएंगे।

हर्ष भट्ट, जिला समाज कल्याण अधिकारी, रुद्रप्रयाग।

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
                   
                                                         

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!