गोपेश्वर (चमोली)। बदरीनाथ धाम की सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित यात्रा के लिए चमोली पुलिस प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विगत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष बदरीनाथ में अत्यधिक संख्या में दर्शनार्थियों के आने की सम्भावना है। जिसके लिए पुलिस बल और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई ताकि यात्रा सुगम और सुरक्षित हो सके।
चमोली पुलिस की ओर से सुरक्षित यात्रा के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की नियुक्ति करने के साथ ही यात्रियों की सहायता के लिए बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर सभी थाना क्षेत्रान्तर्गत पुलिस पर्यटन सहायता केन्द्र बनाए गये हैं, जिनमें नियुक्त पुलिस कर्मियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया है।
ये रहेगी पुलिस की व्यवस्था
यात्राकाल अवधि में गौचर से बदरीनाथ तक तीन पुलिस उपाधीक्षक, पांच निरीक्षक, दो यातायात निरीक्षक, 27 उपनिरीक्षक, चार यातायात उपनिरीक्षक, 06 महिला उपनिरीक्षक, नौ हेड कॉन्सटेबल, 05 हेड कॉन्सटेबल यातायात, 175 कॉन्सटेबल, 09 कॉन्सटेबल यातायात, 25 महिला कॉन्सटेबल, दो सौ होमगार्ड, 50 पीआरडी, एक कम्पनी पीएसी, सात सबटीम एसडीआरएफ, एलआईयू एवं फायर सर्विस के जवान लगाए गए हैं, कुल और पर्यटन पुलिस केन्द्र, आठ रिपोर्टिंग पुलिस चैकी, पांच सीजनल पुलिस चैकियां स्थापित की गई हैं। श्री बद्रीनाथ धाम में सुरक्षा के दृष्टिगत 24 घण्टे एक क्यूआरटी की टीम अलर्ट मोड पर रहेगी।
यात्रा मार्ग पर 71 सीसीटीवी कैमरे
सुरक्षा की दृष्टि से पूरे यात्रा मार्ग पर 71 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं, बदरीनाथ धाम परिसर को कुल 26 सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है। चमोली जिले के यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले कस्बों में सात पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगाए गए हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान मौसम और यातायात मार्ग संबंधी जानकारी एवं अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रदान करना है।
दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चार जोन में बांटा
चारधाम यात्रा के दृष्टिगत गौचर से लेकर बदरीनाथ तक यात्रा मार्ग पर दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र/डेन्जर जोन स्पॉट को चिह्नित कर अलग-अलग चार सैक्टर में विभाजित किया गया है। जिसमें प्रथम जोन-स्थान गौचर से लेकर नन्दप्रयाग तक, द्वितीय जोन-नन्दप्रयाग से लेकर हेलंग तक, तृतीय जोन- हेलंग से लेकर लामबगड़ तक, चतुर्थ जोन- लामबगड़ से लेकर बदरीनाथ धाम तक रहेगा’।
इन चार सैक्टरों में पांच यातायात उप निरीक्षकों की तैनाती की गई है। यात्रियों की त्वरित सहायता के नि यात्रा मार्ग पर चार हिल पैट्रोल यूनिट निरन्तर पैट्रोलिंग करती रहेंगी।
चारधाम यात्रा मार्ग पर अब नहीं रहेगी जाम की समस्या
बदरीनाथ यात्रा के दौरान सुचारु एवं निर्बाध यातायात व्यवस्था के लिए यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले कस्बों में छोटे-बड़े वाहनों के लिए जगह-जगह कुल 31 पार्किंग चिन्हित कर विकसित की गई हैं। बदरीनाथ धाम में पांच पार्किंग’ बनायी गयी हैं जिसमें अन्तर्राजीय बस अड्डा पार्किंग, शिवालिक पार्किंग माणा, जीएमवीएन पार्किंग, वीआईपी पार्किंग, माणा गांव पार्किंग शामिल है। जिनमें कुल साढे सौ से तीन सौ छोटे-बड़े वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
वैकल्पिक पार्किंग
मुख्य यात्रा मार्ग अवरुद्ध होने की दशा में चार स्थानों पर वैकल्पिक पार्किग की व्यवस्था की गई है जिसमें गौचर मेला मैदान कर्णप्रयाग, सेमलडाला पीपलकोटी, रविग्राम जोशीमठ, गांधी मैदान जोशीमठ।
वैकल्पिक मार्ग भी किए गए हैं तैयार’
मुख्य यात्रा मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में वैकल्पिक मार्गों का उपयोग किया जाएगा। वैकल्पिक मार्गों में
वैकल्पिक मार्ग गोपेश्वर- चोपता मण्डल से आने वाले वाहन गोपेश्वर हॉस्पिटल तिराहा से होते हुए जीरो बैण्ड से बाइपास लीसा बैण्ड होते हुए चमोली की तरफ आएंगे। चमोली से आने वाले वाहन लीसा बैण्ड से सुभाषनगर डिग्री कॉलेज एमटी तिराहा होते हुए मण्डल की तरफ जाएंगे।
वैकल्पिक मार्ग चमोली मुख्य बाजार- चमोली मुख्य बाजार क्षेत्रान्तर्गत आवश्यकता पड़ने पर चमोली से कर्णप्रयाग की तरफ जाने वाले वाहनों को चमोली मुख्य बाजार से कोठियालसैण सैकोट होते हुए नन्दप्रयाग भेजा जाएगा। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सोनला से कर्णप्रयाग के मध्य बाधित होने की स्थिति में यातायात को सोनला से सिलंगी होते हुए मैखुरा कर्णप्रयाग की तरफ संचालित किया जाएगा।
जोशीमठ में यातायात वन वे रहेगा
बदरीनाथ धाम को जाने वाले वाहन नृसिंह मंदिर जोशीमठ बाइपास होते हुए जाएंगे एवं वापस आने वाले वाहन टीसीपी पैट्रोल पंप होते हुए वापस आएंगे।