गोपेश्वर (चमोली)। जिले में जल संवर्द्धन को बढ़ाने के लिए चेक डैम निर्माण के लिए जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देशित किया कि जल संग्रहण के लिए मास्टर प्लान के तहत चेक डैम बनाए जाए।जिलाधिकारी ने वन एवं सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि चेक डैम बनाने के लिए मास्टर प्लान तैयार करने के लिए जल निगम, जल संस्थान, कृषि, उद्यान, मत्स्य एवं अन्य अंतिम उपयोगकर्ता विभागों से उनकी प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पूरी जानकारी ली जाए। चेक डैम बनाने के लिए प्रस्तावित योजनाओं की अच्छे से मैपिंग की जाए। ताकि डुप्लीकेशी न हो। जिले में प्रत्येक संभावित क्षेत्रों को विशेषज्ञों से चिह्नित कराते हुए इसका जीआईएस सर्वेक्षण के साथ एक विस्तृत प्लान तैयार किया जाए। ताकि चेक डैम बनाने से अधिक से अधिक लाभ मिल सके। बैठक में डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, डीएफओ इन्द्र सिंह नेगी, डीएफओ वीवी मर्तोलिया, मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि चेक डैम एक तरह की दीवार है जो पहाड़ से बहने वाले वाले प्राकृतिक तथा वर्षा जल को बहने से रोकता है और एक जलाशय बनाने में मदद करता है। इससे आसपास के की जमीन का जल स्तर में बढ़ोतरी होती है। साथ ही जमा पानी खेतों की सिंचाई एवं कृषि कार्य में उपयोग में लाया जा सकता है। बाढ़ की रोकथा में भी चेक डैम बहुत सहायक होता है।
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