हरिद्वार। उत्तराखंड में भी अब ड्रोन का निर्माण हो सकेगा। इसके लिए रुड़की के रामनगर में ड्रोन निर्माण इकाई स्थापित हो गई। जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। इस मौके पर कंपनी ने दो ड्रोन भी लॉन्च किए। यह कंपनी ड्रोन के माध्यम से मैपिंग का कार्य भी करती है। कंपनी में 100 इंजीनियर्स की आवश्यकता है। जिसमें उत्तराखंड के युवाओं को वरीयता दी जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि देश की सबसे बड़ी और सबसे पहली ड्रोन कंपनी रुड़की में शुरू हुई है। कंपनी न सिर्फ ड्रोन तकनीकी में भारत का भविष्य उज्ज्वल कर रही है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को भी आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज के समय में ड्रोन बहुपयोगी है। कोरोनाकाल में भी ड्रोन की मदद से जरूरतमंदों तक दवाइयां पहुंचाने में मदद मिली। खुद प्रधानमंत्री मोदी भी हर माह ड्रोन के माध्यम से केदारघाटी में हो रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हैं।

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में आपदा के समय बचाव कार्यों में ड्रोन महत्वपूर्ण साबित होंगे। भारत विमान बनाने में सदियों से आगे रहा है। हमारे वेदों में विमान तकनीक का जिक्र मिलता है। पुष्पक विमान का जिक्र रामायण में भी है। उन्होंने कहा कि इस कंपनी से नई क्रांति का उदय होगा। इसके साथ ही युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध भी होंगे। इससे पहले कंपनी के स्वामी साजिद अंसारी ने कंपनी की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने बताया कि कंपनी साल 1936 में स्थापित हुई थी। जो अब दुनिया के विभिन्न देशों में काम कर रही है। यह कंपनी एक बड़े एंपायर के रूप में स्थापित हो रही है। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी मुख्यतः ड्रोन के माध्यम से मैपिंग का कार्य करती है। कंपनी 150 करोड़ रुपए का निवेश उत्तराखंड में इस प्रोजेक्ट पर करेगी। रोटर प्रेसिजन इंस्ट्रूमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के स्वामी साजिद अंसारी ने बताया कि इस समय करीब 150 इंजीनियर्स उनके साथ कार्य कर रहे हैं। अब कंपनी को 100 और इंजीनियर्स की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। ऐसे में अभी रोजगार खोज रहे युवाओं के लिए अच्छा मौका है।

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