गोपेश्वर (चमोली)। रविवार को पल्स पोलियो महाभियान में 601 बूथों एवं पांच ट्रांजिट बूथों पर कुल 38650 बच्चों को पोलियो पिलाने के लक्ष्य के साथ अभियान के एकल चरण का जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसपी कुडियाल और प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा. जीएस राणा ने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाकर इसकी शुरूआत की।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पोलियो वैक्सीन की खोज आज से 70 वर्ष पूर्व अमेरिकी वैज्ञानिक जोनस साल्क ने 1950 में की थी, जो कि इन्जेक्शन से लगायी जाती थी, फिर 1961 में अमेरिकी वैज्ञानिक एल्बर्ट सोविन ने ओरल ड्रॉप की खोज की जिससे की बाल प्रतिरक्षण की गति तेज हो गई। वर्तमान में पूरे भारत वर्ष में पोलियो का कोई भी नया केस नहीं है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि  वे अपनी शून्य से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो बूथ पर ले जाकर इसकी ड्राप अवश्य पिलायें। साथ ही जो बच्चे बूथ पर नहीं आ सके उन बच्चों को 84652 घरों के लक्ष्य के साथ अभियान के दूसरे व तीसरे दिन पोलियो ड्राप पिलाई जायेगी। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (प्रतिरक्षण) डा. एमएस खाती, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा. उमा रावत, डा. वीपी सिंह, प्रभारी पीपीसी डा. कुसुम पंखोली, डा. पवन पाल, डा. मानस सक्सेना, रचना, मन्जू रानी, जयन्ती खत्री, उदय सिंह, महेश देवराड़ी, नवीन प्रसाद आदि मौजूद थे।

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