गोपेश्वर (चमोली)। पिछले दो साल से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में पिछले दो वर्षों से रूकी पड़ी नर्सिंग अधिकारी के पदों की भर्ती प्रक्रिया को शुरू किये जाने की मांग को लेकर सोमवार को संविदा स्टाफ नर्सेज बेरोजगार संघ चमोली की ओर से सोमवार को बांह पर काला फीता बांध कर विरोध किया गया। साथ ही प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
संघ के जिलाध्यक्ष विनीत रावत का कहना है कि चिकित्सा स्वास्थय एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में नर्सिग अधिकारी के 2621 पदों पर भर्ती के लिए 12 दिसम्बर 2020 को विज्ञापन जारी किया गया था, किन्तु दो वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक भर्ती नहीं हो पाती है। लिखित भर्ती परीक्षा दो बार स्थगित कर दी गई है। कई बेरोजगार युवा में 10-15 वर्षा से संविदा उपनल, एनएचएम, आउटसोर्स के माध्यम से पूरे प्रदेश में दुर्गम, अतिदुर्गम, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज में सेवाऐं दे रहे हैं। दो साल से भर्ती प्रक्रिया शुरू न होने से कई युवाओं की आयु सीमा भी पार हो रही है।
उन्होंने कहा कि उनकी ओर से कोविड काल में भी पूरी मेहनत और लगन से कार्य किया गया। लेकिन उसके बाद भी अभी तक भर्ती प्रक्रिया शुरू न होने से उनमें हताशा का भाव पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनका संगठन पिछले दो साल से सरकार और शासन से वार्ता कर रहा है लेकिन कोई सकारात्मक हल नहीं निकल पा रहा है पूर्व में सरकार की ओर से वर्षवार भर्ती किये जाने की बात भी की गई थी लेकिन उस पर भी कोई पहल नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सोमवार और मंगलवार को बांह पर काला फीता बांध कर विरोध प्रदर्शन करेंगे तथा 27 से देहरादून में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जायेगी। विरोध प्रदर्शन करने वालों में विनीत रावत, गौतम हिंदवाल, महेन्द्र राणा,राहुल पाल, सोनम सजवाण, मनोरमा रावत, कविता भट्ट, मीनाक्षी डुंगरियल, वंदना नौटियाल, मैनानाज,नेहा रावत, ममता चैहान आदि शामिल थे।