गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में मंगलवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उत्तराखण्ड राज्य कमेटी के आह्वान पर पार्टी की जिला इकाई चमोली ने मंगलवार को बस स्टेशन गोपेश्वर पर भाजपा की धामी सरकार की ओर से उत्तराखण्ड में लागू किए गये समान नागरिक संहिता कानून (यूसीसी) की प्रतियां जलाई गई।
बस स्टेशन पर कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में नारेबाजी करते हुए समान नागरिक संहिता कानून (यूसीसी) की प्रतियां जलाई तथा धामी सरकार की अल्पसंख्यक तथा महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर जिला सचिव मदन मिश्रा ने कहा है कि यूसीसी न तो एकरूप है, न ही यह नागरिकों के हक में है। सही मायने मे यह एक आसमान नागरिक संहिता है। उन्होंने कहा कि यह संविधान में वर्णित नीति निर्देशक तत्वों के तहत संवैधानिक समझ के खिलाफ है। नीति निर्देशक तत्वों में कहा गया है कि देश का अपना एक समान नागरिक संहिता कानून होगा। हर राज्य का अपना-अपना समान नागरिक संहिता कानून यह संविधान की भावना के विरुद्ध पूर्णतया असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि इस विधेयक का महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है और इसका सब कुछ भाजपा-आरएसएस के संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे से जुड़ा है। उन्होंने कहा है कि यदि यह महिलाओं के लिए इतना ही हितैषी है, तो आदिवासी महिलाओं को इससे बाहर क्यों रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह एक प्रतिगामी कानून है जो महिलाओं के कई मौजूदा अधिकारों को छीन लेता है। इस अवसर पर भूपाल सिंह रावत, ज्ञानेंद्र खंतवाल, गीता बिष्ट, सुमन नेगी, शिवानी, गजे सिंह बिष्ट, रणजीत सिंह बिष्ट, मदन मिश्रा आदि शामिल थे।