जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ-मलारी हाईवे के चौड़ीकरण के कार्य में बीआरओ के ओर से अनुबंधित ठेकेदार मलवा डंपिंग जोन में न डाल कर इधर-उधर डाल रहे है। जिससे गमशाली के काश्तकारों की काश्तकारी की जमीन के साथ ही जंगल को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। जिससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। उन्होंने बीआरओ के अधिकारियों से गुजारिश की है कि मलवे का निस्तारण नियत स्थान पर किया जाए।

सीमांत गांव बाम्पा व गमशाली के निवासी मनोज पाल व इंद्र सिंह पाल का कहना है कि बीआरओ के ठेकेदारों की ओर से बाम्पा गांव के पास सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। यहां पर सड़क कटिंग से निकलने वाले मलवे के लिए डंपिंग जोन नहीं बनाया गया है। ऐसे में इस मलवे को सीधे या तो नदी में डाला जा रहा है या ग्रामीणों की काश्तकारी की भूमि में फैंका जा रहा है जिससे उनकी भूमि को खासा नुकसान पहुंच रहा है। उनका यह भी कहना है कि इस मलवे से कई स्थानों पर जंगल भी नष्ट हो रहे है। जिससे पर्यावरण को भी क्षति पहुंच रही है। उन्होंने इस संबंध में कई बार संबंधित ठेकेदार से भी शिकायत की मगर उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया और लगातार मलवे को ग्रामीणों की काश्तकारी की भूमि पर डाला जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि काश्तकारी की भूमि नष्ट होने से उन्हे आर्थिक नुकसान भी पहुंच रहा है। उन्होंने बीआरओ के अधिकारियों से मामले का संज्ञान देते हुए उचित कार्रवाई किये जाने की मांग की है।

सड़क चैड़ीकरण के कार्य में पूरी तरह से नियमों का पालन किया जा रहा है। यदि किसी स्थान पर ऐसा हो रहा है तो इसको दिखाया जाएगा और भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए ठेकेदार को निर्देशित किया जायेगा।

कर्नल मनीष कपिल कमांडर बीआरओ।

 

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