थराली (चमोली)। चमोली जिले के नगर पंचायत थराली के सिमलसैंण ग्रामीणों ने सिमलसैण को पिंडर नदी के कटाव से बचाने के लिए नदी पर सुरक्षा दीवार बनाने की मांग को लेकर मंगलवार को उपजिलाधिकारी थराली के माध्यम से एक ज्ञापन जिलाधिकारी चमोली को भेजा है। साथ ही अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड थराली के ईई को भी ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीण विशम्बर दत्त, केदार दत्त, हरमा देवी का कहना है कि बीते 13 अगस्त तथा 17 अगस्त को आयी प्राकृतिक आपदा के कारण यहां रह रहे 65 से अधिक परिवारों की आबादी वाला सिमलसैंण गांव पूरी तरह से खतरे की जद में आ गया है, जिस कारण ग्रामीण दहशत में है। गांव सहित बुसेड़ी पुल के समीप आवासीय मकानों और दुकानो को भी खतरा बना हुआ है, स्थानीय नवीन चंदोला ने बताया यदि भविष्य में इस प्रकार की प्राकृतिक आपदा आती है तो भूस्खलन के कारण कोई बड़ी अनहोनी सिमलसैंण गांव में हो सकती है। उन्होंने मांग की हैं जल्द से जल्द थराली बैंड तिराहे से बुसेड़ी पुल के आगे तक सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाए। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि बीआरओ की ओर से सड़क चैड़ीकरण के दौरान सुरक्षा दीवाल न बनाने के कारण ग्रामीणों की कृषि भूमि लगातार क्षतिग्रस्त हो रही है। इसलिए कृषि भूमि की सुरक्षा के लिए भी बीआरओ से सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाए, और जिन लोगों के खेत सड़क चैड़ीकरण के दौरान क्षतिग्रस्त हो गए उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। ज्ञापन देने वालों में विशम्बर दत्त, केदार दत्त, हरमा देवी, बीना देवी, कैलाश, कुलदीप, राधा देवी, मनोज, रीना देवी, बबीता देवी, अंकित चन्दोला, गोविन्दी देवी, अनिल चन्दोला, गंगा देवी, आदि मौजूद थे।