गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव कोटेडा के लिए पूर्व में निर्धारित समरेखण के आधार पर सोबनराम बैंड से सड़क निर्माण की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों को एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिला। उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर पूर्व में किये गये सर्वे के आधार पर ही सड़क निर्माण किये जाने की मांग की है। साथ ही ऐसा न होने पर ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
जिलाधिकारी चमोली को मिले शिष्टमंडल में कोटेडा सड़क संघर्ष समिति के अध्यक्ष जगदीश कोठियाल, गिरीश कुमार, धनी राम का कहना है कि वर्ष 2017 में अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव कोटेडा के लिए पीएमजीएसवाई के तहत तीन किलोमीटर सड़क स्वीकृत हुई थी जिसे सोबनराम बैंड से कोटियापास गदेरे तक बनाया जाना था, लेकिन कुछ लोगों की ओर से फर्जी हस्ताक्षर कर इसे बदलवाने का प्रयास किया गया है। जबकि इस नये समरेखण से कोटेडा गांव को सड़क का कोई लाभ नहीं मिल पायेगा। और ग्रामीणों को पैदल ही गांव तक पहुंचना पड़ेगा जबकि सोबनराम बैंड से यदि सड़क का निर्माण किया जाता है तो कोटेडा गांव सड़क मार्ग से जुड़ जायेगा।
उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव को सड़क मार्ग से जोडने के लिए आवश्यक है कि सड़क का निर्माण सोबनराम बैंड से ही करवाया जाए ताकि अधिक से अधिक आबादी को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। शिष्ट मंडल में जगदीश कोठियाल, गिरीश कुमार, धनी राम, रमेश राम, पुष्पा देवी, दीवानी देवी, धनपा देवी, हरीश राम, प्रताप राम आदि शामिल थे।