जोशीमठ(चमोली)। चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थली औली को जोड़ने वाले मोटर मार्ग के सुधारीकरण के कार्य को जारी रखने की मांग को लेकर सोमवार को जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति की ओर से एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को भेजा गया है।
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती और प्रवक्ता कमल रतूड़ी का कहना है कि विश्व प्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थली औली में साल भर हजारों पर्यटक आते रहते है लेकिन औली को जोड़ने वाले मोटर मार्ग की हालत खास्ता हाल है। विशेष कर वर्षा काल और बर्फवारी के मौसम में इस सड़क पर चलना मुसिबत भरा हो जाता है गई बार तो पर्यटकों के वाहन फंस और रपट जाते है। जिसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग को सवा करोड़ रुपया आंवटित किया गया है। इसी बीच सड़क को मई माह में लोनिवि से हटाकर सीमा सड़क संगठन को दे दिया गया है। जो स्वागत योग्य है लेकिन लोनिवि की ओर से यहां पर जो डामरीकरण और सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा था उसे रोक दिया गया है। जो सर्वथा गलत है जिससे क्षेत्रीय जनता में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने सीएम से मांग की है कि जब तक सड़क पूरी तरह से सीमा सड़क संगठन हो हस्तांतरित नहीं की जाती है तब तक लोनिवि उन्हें आंवटित धनराशि का उपयोग करते हुए सड़क के सुधारीकरण का कार्य जारी रखे। ज्ञापन देने वालों में अतुल सती, कमल रतूडी, समीर डिमरी, राकेश रंजन भिलगवाल, महेंद्र प्रसाद नंबूरी, आरती उनियाल, जय प्रकाश भट्ट, हरीश भंडारी, प्रकाश नेगी, विक्रम फरस्वाण आदि शामिल थे।