देवाल (चमोली)। चमोली जिले का सीमांत विकास खंड देवाल में लम्बे समय से शिक्षा, लोनिवि, सिंचाई, पशुपालन और अन्य विभागों में अधिकारियों कर्मचारियों के पद रिक्त होने से शिक्षा और क्षेत्र का विकास भगवान भरोसे चल रहे हैं। जिसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने सरकार के प्रति गहरी नाराजगी जताई है।

यूं तो विकास में सबसे बुरे हालात शिक्षा विभाग की है। यहां सात इंटरकालेज नौ हाईस्कूल है। किसी भी विद्यालय मे स्थाई प्रधानाचार्य नहीं है। खंड शिक्षा अधिकारी और उपखंड शिक्षा अधिकारी का पद रिक्त चल रहे है। वर्तमान में यहां से 15 से अधिक अध्यापकों का स्थानांतरण अन्य विकास खंड में हुआ है, लेकिन उनके स्थान पर अध्यापक नहीं आने से प्राथमिक, जूनियर, हाई स्कूल एकल अध्यापक के भरोसे चल रहे हैं,कई विद्यालय अध्यापक विहिन हो गए। किसी तरह शिक्षा व्यवस्था को चलाया जा रहा है। जिसका विपरित प्रभाव छात्रों के पठन-पाठन पर पड़ रहा है। खंड विकास कार्यालय में वीडीओ, सहायक वीडीओ, ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत अधिकारी सहित कई अन्य पद रिक्त चल रहे हैं। पशुपालन केंद्र देवाल, वाण, मुदोली में पशु चिकित्सक का पद रिक्त है।

लोनिवि में चार माह से अधिशासी अभियंता, कनिष्ठ अभियंता के दर्जनों पद खाली है, सिंचाई विभाग में दो वर्ष से अधिशासी अभियंता और कई अन्य पद रिक्त चल रहे है। इसके अलावा अन्य विभागों में कर्मचारियों का टोटा  होने से क्षेत्र का विकास पटरी से उतर हुआ हैं। जनता के काम समय पर नहीं हो पाने से सरकार के नाराजगी बढ़ता जा रही हैं।

पूर्व प्रमुख उर्मिला बिष्ट, पूर्व छात्र नेता महावीर बिष्ट ने कहा कि कर्मचारियों और अधिकारियों के पद रिक्त होने से शिक्षा के साथ अन्य विकास कार्य पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है। समय पर कोई भी कार्य नहीं हो रहा है। जनता दुःखी ओर परेशान हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को भरने की मांग उठाई है।

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