गोपेश्वर (चमोली)। जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए गढ़वाल सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि वे बीडीसी की बैठकों में अनिवार्य रूप से शामिल हों अन्यथा उनका एक दिन का वेतन काटा जाएगा।
गोपेश्वर में बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए सांसद ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की जो भी योजनाऐं संचालित हो रही है उसमें गुणवत्ता, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त होने का पूरा ध्यान रखा जाए। किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार का संज्ञान लेते हुए उसकी जांच करवायी जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने नोडल अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए है कि वे मौके पर पहुंच कर वहां हो रहे कार्यों का जायजा लें, कार्यालय में बैठकर सिर्फ कागजी खानापूर्ति न हो। सड़कों के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है उन पर कार्य कर रहे ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाए तथा उनको ब्लैक लिस्टेट किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अमूमन देखने में आ रहा है कि सड़के लंबे समय तक आरटीओ पास नहीं हो रही है और उन पर गाडियां दौड़ रही है ऐसे में किसी भी प्रकार की अनहोनी होने पर उसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ता है। इसलिए सड़क बनने के तुरंत बाद उसका संयुक्त निरीक्षण कर उसे आरटीओ पास करवाया जाए। पत्रकार वार्ता में भाजपा के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल, थराली के भूपाल राम टम्टा, सांसद प्रतिनिधि राकेश डिमरी आदि मौजूद थे।