गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में 18 से 44 आयु वर्ग के लिये किया जा रहा कोवैक्सीनेशन दवा की सप्लाई न होने के कारण बंद हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले में वैक्सीन की सप्लाई न होने से टीकाकरण अभियान बंद किया गया है। जबकि जिले में 45 वर्ष से अधिक के लोगों के लिये टीकाकरण अभियान सुचारु ढंग से संचालित किया जा रहा है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से कोरोना से युवाओं की सुरक्षा को लेकर किये जा रहे इंतजामों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
चमोली जिले में प्रशासन की ओर से 18 से 44 वर्ष के एक लाख 68 हजार 113 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिये जिले में जिला मुख्यालय सहित नौ केंद्र स्थापित किये गये हैं। जिले में 18 से 44 आयु वर्ग के युवाओं के वैक्सीनेशन के लिये 10 मई से टीकाकरण अभियान शुरु किया गया था। जिसके बाद 23 दिनों तक चले टीकाकरण अभियान में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 हजार 460 लोगों का टीकाकरण कर लिया गया है। लेकिन अब वैक्सीन के खत्म होने के बाद बीते सोमवार से जिले में टीकाकरण अभियान बंद पड़ा हुआ है। हालांकि 45 वर्ष से अधिक आयु के टीकाकरण अभियान में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 95 हजार 236 लोगों के सापेक्ष 88 हजार 992 लोगों का टीकाकरण कर लिया गया है। वहीं 45 वर्ष से अधिक के लोगों के लिये जहां स्वास्थ्य विभाग के पास 1270 डोज शेष हैं। वहीं छह हजार डोज मंगवाई गई है। जबकि विभाग की ओर से 18 से 44 वर्ष की आयु के टीककारण के लिये राज्य सरकार से मांग की गई है।
45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भारत सरकार से मिल रही वैक्सीन का कार्य सुचारु रुप से किया जा रहा है। जिले में 45 वर्ष से अधिक आयु के 93.4 फीसदी आबादी का टीकाकरण कर लिया गया है। जबकि 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को 9.2 फीसदी टीकाकरण किया गया है। 18 से 44 आयु वर्ग के शेष लोगों के टीकाकरण के लिये राज्य सरकार से मांग की गई है। वैक्सीन उपलब्ध होते ही पुनः टीकाकरण शुरु कर दिया जाएगा।
डा. एमएस खाती, प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी, चमोली।