गोपेश्वर (चमोली)। गढवाल आयुक्त रविनाथ रमन ने चमोली के विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में लोनिवि की ओर से अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष 55.42 फीसदी खर्च करने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। वहीं मुख्यमंत्री घोषाणाओं में सर्वाधिक 27 घोषणाएं लोनिवि के स्तर पर लम्बित होने पर फटकार लगाते हुए अधिकारियों को 15 फरवरी तक जिला स्तरीय प्रक्रिया पूर्ण करने के आदेश दिये। वहीं आयुक्त ने कार्य प्रणाली में सुधार न किये जाने पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
जिला सभागार में आयोजित समीक्षा बैठ के दौरान गढवाल आयुक्त ने जिले में नवाचार में किये गये कार्यों पर संतोष व्यक्त किया। वहीं उन्होंने कोरोना काल में लौटे लोगों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के बूते पलायन पर रोक लगाने के लिये योजनाओं का क्रियांवयन समयबद्ध तरीके से करने पर जोर दिया। आयुक्त ने डीएम को यूपीआरएनएल के कार्याे का भौतिक सत्यापन करवाने के निर्देश दिये। साथ ही उद्यान विभाग को नये वैज्ञानिक तरीकों से उद्यानीकरण की योजनाओं के संचालन करने तथा लीड बैंक अधिकारी को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के सभी पात्र लाभार्थियों को ऋण वितरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को बीससूत्रीय कार्यक्रम में तेजी लाते हुए जिले को ए श्रेणी में लाने की बात कही। वन विभाग को फायर सीजन के लिए कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। बैठक में आयुक्त ने जल संस्थान, उद्योग, पशुपालन, मनरेगा आदि विभागों द्वारा संचालित विकास कार्याे की भी गहनता से समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने जिला मुख्यालय पर बने पहाडी संग्रहालय, सांइस पार्क, उद्यान विभाग के आउटलेट, वेस्टू वंडर पार्क सहित विभिन्न नवाचारी कार्याे एवं विकास योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। इस मौके पर सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।