गोपेश्वर (चमोली)। मूल निवासी विद्यार्थी संघ ने शनिवार को गोपेश्वर महाविद्यालय के नवनिर्मित बालिका छात्रावास का नाम महिलाओं में शिक्षा की अलख जगाने वाली सावित्रीबाई फूले के नाम से रखे जाने की मांग की है।
मूल निवासी विद्याथी संघ की राज्य उपाध्यक्ष ममता और जिला प्रभारी धीरज कुमार ने कहा कि महाविद्यालय गोपेश्वर में बालिकाओं के लिए नया छात्रावास बनाया गया है। जिसका संचालन शुरू हो गया है लेकिन अभी तक इस छात्रावास का नामकरण नहीं किया गया है। उनका संगठन चाहता है कि इस छात्रावास का नाम शिक्षा के क्षेत्र में वास्तविक रूप से कार्य करने वाले महापुरूषों के नाम से रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्वविज्ञ है कि सावित्री बाई फूले का महिला शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है और आज उसकी का नतीजा है कि महिलाओं को शिक्षा का अधिकार मिला है। उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई फूले की ओर से ही सबसे पहले 1940 में पहले महिला विद्यालय की स्थापना की थी। इसके बाद सावित्री बाई फूले और ज्योतिराव फूले ने महिलाओं की शिक्षा के अधिकार के लिए अनेक संघर्ष किये। वर्तमान समय में इन दोनों विभूतियों के नाम से देश में अनेक शिक्षण संस्थाऐं संचालित है। वर्तमान राज्य सरकार की ओर से भी महिलाओं के उत्थान उनके सशक्तिकरण के लिए अनेको योजनाऐं चलायी जा रही है। उन्होंने कहा कि गोपेश्वर महाविद्यालय में नवनिर्मित बालिका छात्रावास का नाम सावित्रीबाई फूले के नाम से रखा जाता है तो महिला शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने वाली सावित्रीबाई फूले को एक सच्ची श्रद्धाजंति होगी। ज्ञापन में राज्य उपाध्यक्ष ममता, जिला प्रभारी धीरज कुमार, मनीषा, दिव्या, करिश्मा, सुमन आदि के हस्ताक्षर है।