गोपेश्वर (चमोली)। डिप्थीरिया और टेटनेस के रोकथाम और बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग चमोली द्वारा विद्यालयों मे विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत स्कूल जाने वाले पांच वर्ष के बच्चों को डीपीटी और 10 वर्ष तथा 16 वर्ष के बच्चों को टीडी का टीका लगाया जा रहा है। यह विशेष टीकाकरण अभियान 30 नवम्बर तक पूरे जिले में चलेगा। इस दौरान जिले के समस्त सरकारी और निजी क्षेत्र के स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी का कहना है कि टिटनेस, डिप्थीरिया से बचाव के लिए बच्चों को 10 वर्ष और 16 वर्ष पर अनिवार्य रूप से लगवाएं। भारत सरकार के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के शेड्यूल के अनुसार जनपद की समस्त सरकारी एवं प्राइवेट विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत पांच वर्ष, 10 वर्ष और 16 वर्ष पूर्ण कर चुके बच्चों को गलघोटू, काली खांसी और टेटनेस जैसी गंभीर बीमारियों के बचाव के लिए विद्यालयों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण सत्र के माध्यम से पांच वर्ष के बच्चों के लिए डीपीटी, 10 वर्ष एवं 16 वर्ष के किशोर किशोरियों के लिए टीडी का टीकाकरण अभियान 11 से 30 नवम्बर तक चलाया जा रहा है। अभी तक जिन अभिभावकों के पाल्यों को उक्त वैक्सीन नहीं लगी है, वो जल्दी से अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र अथवा अपने विद्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्टेट एसएमओ डॉ. विकास शर्मा, यूएनडीपी के प्रोग्राम अधिकारी योगेश रावत एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से जनपद के विभिन्न विद्यालयों में टीकाकरण की स्थिति का जायजा लिया। साथ ही जनपद में चल रहे अभियान की जानकारी ली और अभिभावकों एवं अध्यापकों निर्धारित उम्र के जो भी बच्चे अगर टीकाकरण से वंचित हैं उन्हें अपने विद्यालय अथवा निकटतम सरकारी चिकित्सालयों में टिटनेस और डिप्थीरिया का टीकाकरण करवाने में अपना सहयोग प्रदान करने की अपील की।
मुख्य चिकित्साधिकारी चमोली डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में जनपद के 337 विद्यालयों में पांच वर्ष के 232 बच्चों को डीपीटी, 10 वर्ष के 1772 बच्चों को टीडी, और 16 वर्ष के 1704 बच्चों को टीडी का टीकाकरण करवाया जा चुका है।