जोशीमठ (चमोली)। बदरीनाथ हाईवे पर सोमवार को हाथी पर्वत पर अचानक पहाड़ी से चट्टान का बड़े हिस्से के साथ ही टनों मलबा हाईवे पर आ गया। लेकिन गनीमत यह रही कि इस दौरान हाईवे पर कोई वाहन आवाजाही नहीं कर रहा था और यहां हाईवे सुधारीकरण कार्य कर रहे मजदूरों ने पत्थरों के गिरने की आवाज आने पर मौके से भाग कर अपनी जान बचाई। जिससे यहां बड़ा हादसा होने से टल गया है। हालांकि पहाड़ी से आया बोल्डर अलकंदा में गिरने से कुछ देर तक यहां यातायात अवरुद्ध रहने के बाद सुचारु कर दिया गया है।
बता दें कि बदरीनाथ हाईवे पर जोशीमठ के समीप हाथी पर्वत से बीते कुछ वर्षों से लगातार मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी है। जिससे यहां हाईवे पर वाहनों की आवाजाही खतरनाक बनी हुई है। ऐेसे में सोमवार को जब हाथी पर्वत की तलहटी में कार्य कर रहे थे। तो करीब साढे ग्याहर बजे अचानक हाथी पर्वत से चट्टान का बड़ा हिस्सा टूट गया। जिससे यहां बड़े-बड़े बोल्डरों के साथ ही टनों मलबा हाईवे की ओर गिरने लगा। ऐसे में घाटी में हुई जोरदार आवाज को सुनकर हाईवे पर कार्य कर रहे मजदूरों ने मौके भागकर अपनी जान बचाई। वहीं गनीमत यह भी रही कि बदरीनाथ धाम में दर्शनों की अनुमति न होने और हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी यात्रा बंद होने के चलते हाईवे पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही थी। अन्यथा यहां बड़ा हादसा हो सकता था। पहाड़ी से आया चट्टान का बड़ा हिस्सा सीधे अलकनंदा नदी में जा गिरा। जिससे हाईवे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। लेकिन चट्टान के साथ आये छोटे-छोटे पत्थरों के हाईवे पर आने से करीब आधे घंटे तक यहां यातायात बाधित रहा। जिसके बाद बीआरओ की ओर से हाईवे पर आये पत्थरों को हटाकर हाईवे सुचारु कर दिया है।