जोशीमठ (चमोली)। हेलंग से जोशीमठ और जोशीमठ से मारवाड़ी मुख्य मार्ग के चैड़ीकरण का कार्य प्रारम्भ होने पर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने इसे जनता के आंदोलन की जीत बताया। संघर्ष समिति ने इसे जोशीमठ की जनता के संघर्षों के इतिहास में एक और बड़ा कदम बताया। इससे जोशीमठ के यात्रा और पर्यटन व्यवसाय को नई गति और ऊंचाई मिलेगी जो कि इस मार्ग की उपेक्षा होने से बाधित हो रही थी।

बता दें कि जनता इस मार्ग के सुधारीकरण और चैड़ीकरण की मांग पिछले 30 साल से कर रही थी। लेकिन सरकार की ओर से सुधारीकरण ओर चैड़ीकरण के बजाय हेलंग से मारवाडी बाईपास को प्राथमिकता दे रही थी। जिससे न सिर्फ जोशीमठ के पर्यटन तीर्थाटन व्यवसाय, रोजगार पर असर पड़ता देख जोशीमठ संघर्ष समिति ने एक लंबा आंदोलन चलाया जिसके बाद अब सरकार ने जनता की मांग को देखते हुए अब हेलंग से जोशीमठ-मारवाडी हाईवे चैड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया है।

जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के  अध्यक्ष नगर पालिका अध्यक्ष  शैलेंद्र पंवार, संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूड़ी ने कहा कि हेलंग-जोशीमठ और जोशीमठ-मारवाड़ी  सड़क के चैड़ीकरण के बाद वे जोशीमठ में मौजूद दो तीन वैकल्पिक सड़कों के व्यवस्थित  उपयोग के बाद बाईपास जैसी योजना की कोई आवश्यकता नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने सरकार से मांग की है कि हेलंग जोशीमठ सड़क के साथ ही साथ जोशीमठ मारवाड़ी सड़क पर भी शीघ्र कार्य शुरू करवाया जाए जिससे यात्रा काल में लग रहे जाम से यात्रियों पर्यटकों को निजात मिले। साथ ही औली सड़क के चैड़ीकरण और नृसिंह मंदिर बाईपास सड़क के चैड़ीकरण सुधारीकरण को भी प्राथमिकता दी जाय। औली रोड़ होते गैस गोदाम तक जोशीमठ सड़क के भी डामरीकरण चैड़ीकरण से जोशीमठ में यात्रा सुव्यवस्थित हो सकेगी।

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