जोशीमठ (चमोली)। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता तो जल्द ही सीमा सड़क सगंठन की ओर नीती घाटी में कुरकुटी से अंतिम गांव नीती तक डबल लेन सड़क का हिल कटिंग और डामरीकरण कर लिया जाएगा। जिससे यहां घाटी में स्थानीय लोगों, सेना के वाहनों और पर्यटकों को आवाजाही में दिक्कतें नहीं झेलनी पड़ेगी।
बता दें कि इन दिनों सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से नीती घाटी में कुरकुटी से नीती के मध्य सीमा सड़क के चैड़ीकरण के लिये हिल कटिंग का कार्य किया जा रहा है। यहां बीआरओ की ओर से नौ किलोमीटर सड़क का हिल कंटिंग कार्य पूर्ण कर अन्य शेष कार्य किये जा रहे हैं। जबकि शेष नौ किलोमीटर सड़क की हिल कटिंग का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। ऐसे में यदि सबकुछ प्रस्तावित योजना के अनुसार चला तो वर्ष 2022 में कुरकुटी से नीति 18 किलोमीटर क्षेत्र में नीति, गमशाली, बाम्पा, महरगांव, कुरकुटी और फरकिया गांवों को ग्रामीणों को आवाजाही में सुगमता हो जाएगी। वहीं सीमा क्षेत्र में तैनात आईटीबीपी और भारतीय सेना को अपने आयुध और अन्य सामग्री ले जाने में भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नीती घाटी में कुरकुटी से नीती के मध्य सड़क के चैड़ीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। यहां नौ किलोमीटर सड़क पर डबल लेन कटिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिस पर सुरक्षा कार्य किये जा रहे हैं, वहीं शेष नौ किलोमीटर सड़क के हिस्से की हिल कटिंग का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। योजना के अनुसार आगामी वर्ष तक 18 किलोमीटर सड़क का डामरीकरण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
कर्नल मनीष कपिल, कमांडर, बीआरओ, जोशीमठ।