गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के थिरपाक राजकीय इंटर कालेज की शुक्रवार को इस शैक्षिक सत्र की विद्यालय प्रबंधन समिति की पहली बैठक प्रधानाचार्य एलएस कुंवर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में प्रबंधन समिति के सदस्यों ने गहरी चिंता व्यक्त की कि विद्यालय में महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापक न होने से छात्रों के परीक्षाफल पर इसका वितरीत प्रभाव पड़ा है। जिसके लिए सरकार और विभाग को दोषी बताया गया।
बैठक में परीक्षा प्रभारी जेएल रडवाल ने गत वर्ष की वार्षिक रिपोर्ट को समिमि के सामने रखा। जिसमें हाईस्कूल का परीक्षाफल 58 और इंटर मीडिएट का 85 रहा है। परीक्षाफल के न्यून रहने पर विद्यालय की ओर से खेद प्रकट किया गया। जिसका कारण महत्वपूर्ण विषय गणित और अंग्रेजी में अध्यापक न होना और कोविड संक्रमण को माना गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट प्रयोगशाला, स्मार्ट क्लास, शौचालय, बिजली पानी की उचित सुविधा की जानकारी दी साथ ही इस वर्तमान सत्र में हाल ही में स्थानांतरण के माध्यम से विद्यालय में स्टाफ पूर्ण होने की बात भी कही। उन्होंने सभी अभिभावकों से अधिक से अधिक संख्या में अपने पाल्यों को विद्यालय में प्रवेश दिलवाने की भी अपील की। अभिभावकों ने इस बात पर भी जोर दिया कि नये शिक्षा सत्र में इस विद्यालय को परीक्षा केंद्र के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए। जिस पर प्रभारी प्रधानाचार्य ने कहा कि इस सत्र में हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की कक्षाओं में कुल 83 छात्र छात्राएं पंजीकृत हुए हैं और विभागीय मानक अनुसार इस सन्दर्भ में प्रस्ताव बनाकर मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली के कार्यालय में दिया जाएगा।
बैठक में नई एसएमसी का गठन भी किया गया जिसमें प्रेमबल्लभ जोशी को अध्यक्ष एवं ललिता रावत को उपाध्यक्ष बनाया गया तथा प्रधानाचार्य पदेन सचिव रहेंगे। तथा 12 अन्य अभिभावकों को सदस्य बनाया गया है। बैठक को प्रवक्ता महेंद्र चैहान, प्रदीप कठैत, राकेश बिष्ट, रोमेश शाह सहित अभिभावक बीरेंद्र सिंह रावत तथा राकेश रावत ने भी सम्बोधित किया। बैठक का संचालन विद्यालय के प्रवक्ता जेएल रडवाल ने किया।