घाट (चमोली)। चमोली जिले के घाट विकास खंड में करूणा समाज संस्था मारिया आश्रम घाट की ओर से 10 गांवों के 23 पशुपालकों को पशुधन के रख रखाव के साथ ही दुग्ध उत्पादन का गुरूवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में पशुपालकों को पशुधन को बीमारियों से बचाव के साथ ही उनक उचित प्रबंधन के बारे में जानकारी देते हुए पशुपालन विभाग के चिकित्सक डा. नवनीत फोनिया ने बताया कि पशुओं में अनेक प्रकार की बीमारियों से बचाव के लिए समय-समय पर पशुओं का टीकाकरण व उनकी जांच करवाते रहना चाहिए। साथ ही पशुओं को पोष्टिक आहार व मिनरल मिक्सर दिया जाना लाभकारी होता है। पशुधन प्रसार अधिकारी पवन कुमान मेनवाल ने बताया कि पशुओं में होने वाली अफरा रोग को घरेलू उपचार से भी ठीक किया जा सकता है जिसमें सरसों का तेल, जीरा, अजवाईन व नमक का मिश्रण बनाकर पशुओं को दिया जा सकता है। प्रशिक्षण में पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन को बेहतर करने के बारें में भी जानकारी दी गई। इस मौके पर मारिया आश्रम की सिस्टर मारिया, राकेश कुमार, दीपा देवी, चंदा देवी, सतेश्वरी देवी, आनंद सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।