गोपेश्वर(चमोली)। मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के निरीक्षण के लिए उत्तराखंड प्रतिरक्षण के प्रभारी अधिकारी डा. अर्चना ओझा ने चमोली जिले स्थित वैक्सीन भंडारों का निरीक्षण किया।
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम दुनिया की सबसे बड़ी टीकाकरण परियोजना में से एक है। जिसका उद्देश्य नवजात शिशु, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई जानलेवा बीमारियों से बचाना है। सरकार की ओर से क्षय रोग, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, गलघोंटू, काली खांसी, टिटनेस, रोटावायरस, निमोनिया और खसरा रूबेला जैसे कई जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए मुफ्त में टीकाकरण करवाया जाता है। जिसके लिए जनपद में वैक्सीन भंडारों की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि उनकी ओर से जिला चिकित्सालय गोपेश्वर, तपोवन, पीपलकोटी, जोशीमठ, गोचर, कर्णप्रयाग, आदिबद्री और गैरसैंण की वैक्सीन भंडारों का निरीक्षण करने के साथ-साथ स्वास्थ्य उपकेंद्र बड़ागांव तपोवन, पांडुकेश्वर में एएनएम के सम्मुख टीकाकरण गतिविधियों का भी जायजा लिया गया। उन्होंने जनपद के वाइब्रेंट विलेज माणा, बामणी गांव, गजकोटी एवं अन्य स्थानों पर घर-घर जाकर लाभार्थियों से मिलकर टीकाकरण गतिविधियों की जानकारी भी ली। निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उमा रावत, डॉ. नेहा, डॉ. गौतम भारद्वाज, डॉ अर्जुन रावत आदि मौजूद थे।