गोपेश्वर (चमोली)। आपातकाल की 46वीं बरसी पर शनिवार को जिला मुख्यालय गोपेश्वर के बस स्टेशन पर वामपंथियों के साथ ही आम आदमी र्पाअी के कार्यकर्ताओं ने धरना देते हुए आपात काल को लोकतंत्र की हत्या बताया।
गोपेश्वर बस स्टेशन पर आयोजित धरने के माध्यम से सरकार से मांग की गई कि चारों श्रम संहितायें, तीनों कृषि कानून व बिजली कानून 2020 को अविलंब निरस्त किया जाय, न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून पास किया जाय, एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर सार्वभौमिक मुफ्त टीकाकरण किया जाए, सभी जरूरतमंदों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न तथा गैर आयकर परिवार के लोगों को 7500 प्रति माह दिया जाए, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों व सरकारी विभागों के निजीकरण की नीति को अविलंब वापस लिया जाए, फ्रंटलाइन वर्करों को 50 लाख के बीमा दायरे में लाया जाए तथा मृत्यु की दशा में अभिलंब उचित मुआवजा दिया जाए। जिला मुख्यालय बस स्टैंड गोपेश्वर पर धरने में बैठने वाले लोगों में किसान सभा के सचिव ज्ञानेंद्र खंतवाल, उपाध्यक्ष भूपाल सिंह रावत, नंदन सिंह नेगी, सीटू के जिलाध्यक्ष मदन मिश्रा, महिला समिति, मीना बिष्ट, उषा बिष्ट गीता बिष्ट, लता मिश्रा, एसएफआई से ज्योति बिष्ट डीवाईएफआई से गजेंद्र बिष्ट एटक से विनोद जोशी, भरत पवार, आप पार्टी के अनूप रावत, अनुराग पोखरियाल आदि ने भाग लिया। जिला मुख्यालय गोपेश्वर के के अलावा जोशीमठ, किरोली गडोरा, कर्णप्रयाग आदि स्थानों पर धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया।