श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल)। उप कोेषागार श्रीनगर के उपकोषाधिकारी की ओर से 10 जनवरी को की गई एफआईआर के आधार पर लेखाकार उप कोषागार सुभाष चन्द्र और सहायक लेखाकार स्व. हरि दर्शन सिह बिष्ट की ओर से उपकोषागार श्रीनगर में विभिन्न पैशनरों की पैंशन को अनियमित ढंग से अपने-अपने खातों में जमा कर करीब 75 पैशनरों के खातो से 38,61,417 रूपये का गबन कर धोखाधड़ी की है। प्रथम सूचना रिर्पोट के आधार पर कोतवाली श्रीनगर में विभिन्न धाराओं में मामला पंजीकृत इसकी विवेचना उप निरीक्षक रणवीर चन्द्र रमोला को सौंपी गयी। विवेचना के दौरान अभियोग में नामजद सुभाष चन्द्र (लेखाकर) ने 17,34,42 रूपये की धनराशि जालसाजी व अनियमित ढंग से विभिन्न मृतक पैशनरों की पेंशन अपने खातों में हस्तान्तरित करना प्रकाश में आया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल यशवन्त सिंह चैहान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके निस्तारण कर अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी करने के लिए निर्देशित किया गया। जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी सर्किल श्रीनगर श्याम दत्त नौटियाल के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक हरिओम राज चैहान के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम के अथक प्रयास एवं पतारसी सुरागरसी कर शुक्रवार को नामजद सुभाष चन्द्र को काला रोड़ बैरियर श्रीनगर के पास से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार शुदा अभियुक्त को मन्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। अभियुक्त की ओर से उपकोषागार श्रीनगर में माह जनवरी 2016 से नवम्बर 2020 के दौरान उच्चाधिकारियों से तथ्य छिपाकर कपट पूर्ण व बेईमानी के आशय से गबन करते हुये शासकीय धन को अपनी व अन्य व्यक्तियों के खातों में हस्तान्तरित किया गया था। अभियोग उपरोक्त में नामजद दूसरे अभियुक्त कि पूर्व में ही मृत्यु हो चुकी है।
पुलिस टीम
प्रभारी निरीक्षक हरिओम राज चैहान
वरिष्ठ उपनिरीक्षक रणवीर चन्द्र रमोला
सिपाही अनुज कुमार व राजेन्द्र सिंह