गोपेश्वर (चमोली)। मतदेय स्थलों के संशोधन, परिवर्तन, पुर्ननिर्धारण को लेकर सोमवार को जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना ने मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों, समस्त निर्वाचन एवं सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें मतदाताओं की सुविधा को लेकर नए मतदेय स्थलों के पुर्ननिर्धारण प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा करते हुए सबकी सहमति ली गई।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी एसडीएम, तहसीलदार एव ंनायब तहसीलदार को अपने क्षेत्रान्तर्गत सभी मतदेय स्थलों का स्वयं भौतिक सत्यापन करते हुए 15 दिनों के भीतर फोटोग्राफ सहित मतदेय स्थल की सुविधा संबधी 28 बिन्दुओं पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। जिसमें मतदेय स्थलों तक पहुंच मार्ग, मतदेय स्थल पर बिजली, पानी, शौचालय, दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैम्प, पृथक प्रवेश, निकासी आदि व्यवस्थाएं शामिल है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी हेमंत वर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट अभिनव शाह, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बीएस रावत, सीपीआई के जिला कमेटी सदस्य ज्ञानेन्द्र खतवाल, भाजपा नगर मंत्री ललित कुमार, जिला कांग्रेस पार्टी के दशोली ब्लाक अध्यक्ष आनंद सिंह पंवार आदि सहित सभी तहसीलों से निर्वाचन व सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।
17 नये मतदेय स्थलों का हुआ प्रस्ताव
मतदाताओं की सुविधा के लिए दो किलोमीटर से अधिक दूरी होने के कारण बदरीनाथ विधानसभा में एक, थराली में 12 तथा कर्णप्रयाग में चार सहित कुल 17 नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है। प्रस्तावित 17 नए मतदेय स्थलों का निर्वाचन आयोग की ओर से स्वीकृत मिलने के बाद जिले में कुल 574 मतदेय स्थल हो जाएंगे। जिसमें विधानसभा क्षेत्र बदरीनाथ से 207, थराली से 193 तथा कर्णप्रयाग में 174 से मतदेय स्थल होंगे।
इन मतदेय स्थलों का हुआ है प्रस्ताव
प्रस्तावित नए मतदेय स्थलों में विधानसभा बदरीनाथ में विशालखाल मतदेय स्थल से सरणाचाई को अलग करते हुए सरणाचाई को नया मतदेय स्थल बनाया जाएगा। थराली विधानसभा में मटई मतदेय स्थल से काण्डाग्वाड, सितेल से प्राणमति, भेंटी से भिरतोली, सिलोडी से कोठा, मानमती से खेता, बलाण से पिनाऊ, बेराधार से बमोटिया, रैंस से भंगोटा, जुनेर से जाख कडाकोट, मेल्ठा से माल, लेटाल उर्फ हरिनगर से गुमड़ तथा बुरसोल से कोलपुडी को अलग करते हुए नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है। कर्णप्रयाग विधानसभा में कण्डारीखोड से गोगना, कुशरानी तल्ली से कुशरानी मल्ली, दिवागाड़ से बाजाबज्यूणी तथा सेम से तोप को अलग करते हुए नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है।
यह भी हुआ प्रस्ताव
मतदाताओं की सुविधा के दृष्टिगत चार मतदेय स्थलों के कुछ अनुभागों को दूसरे मतदेय स्थलों में सम्मिलित करने हेतु भी प्रस्तावित किया गया है। इसके अलावा 10 मतदेय स्थलों के भवन जीर्णशीर्ण तथा क्षतिग्रस्त होने के कारण स्थल परिवर्तन किए जाने है और 17 मतदेय स्थलों के केवल नाम में संशोधन प्रस्तावित है। निर्वाचन आयोग के मानक के अनुरूप मतदेय स्थल-117 राप्रावि गैरसैंण में मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक होने के कारण इस मतदेय स्थल के 286 मतदाताओं को मतदेय स्थल संख्या-120 राइका गैरसैंण में सम्मिलित किया जाना प्रस्तावित किया गया है। जिस पर सभी राजनैतिक दलों ने अपनी सहमति दी है।