गोपेश्वर (चमोली)। विश्व रेडक्रॉस डे पर रविवार को गोपेश्वर में चमोली रेडक्राॅस सोसाइटी की ओर से चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में रेडक्राॅस के जन्मदाता सर जीन हेनरी ड्यूनैंट की जयंती उनको याद करते हुए उनके चित्र पर माल्यापर्ण किया गया।
गोपेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में रेडक्राॅस सोसाइटी चमोली के सदस्यों ने सर जीन हेनरी ड्यूनेन्ट का जन्म दिवस बडी धूमधाम से मनाया गया। समिति के चैयरमैन भगत सिंह बिष्ट ने दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यापर्ण किया। उन्होंने कोविड काल में रेडक्राॅस की प्रासंगिता को बताते हुए कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। कोविड काल में सोसाइटी ने जो मानव सेवा का कार्य किया है उसे भूलाया नहीं जा सकता है। कार्यक्रम में समिति चमोली के सचिव दलवीर सिंह बिष्ट,विजय वशिष्ठ, वीरेन्द्र बिष्ट, दीवान सिंह नेगी, भूपेन्द्र राणा, आशीष रावत आदि उपस्थित थे।
रेडक्रॉस का महत्व
वैसे तो रेडक्रॉस सोसाइटी का काम हमेशा जारी रहता है। किसी भी बीमारी या युद्ध संकट में इनके वॉलेंटियर्स लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के काल में इनका काम और बढ़ गया। कोविड को हराने के लिए रेड क्रॉस युद्धस्तर पर काम कर रही है। इस संस्था से जुड़े लोग कोरोना से बचाव के लिए दुनियाभर में जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रहे हैं। साथ ही लोगों को मास्क, दस्ताने और सैनिटाइजर बांट रहे हैं।