गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के डुमक गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए डुमक गांव के बजीर देवता मंदिर में पूजा अर्चना के बाद सोमवार को युवाओं की जिला मुख्यालय गोपेश्वर तक की पदयात्रा शुरू हो गई है। पहले दिन युवाओं की यह पदयात्रा उर्गम घाटी के बांसा गांव तक पहुंचेगी जहां पर रात्रि विश्राम किया जाएगा।

सैजी लगा मैकोट-बेमरु-स्यूंण-डुमक मोटर मार्ग के कार्य शुरू करने के लिए आंदोलन तेज होने लगा है। ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर सोमवार से पदयात्रा शुरू कर दी है। पहले दिन यह पदयात्रा डुमक के बजीर देवता मंदिर से बांसा गांव तक पहुंचेगी जहां पर रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन ग्रामीणों के साथ बैठक की जाएगी और उसके बाद आगे की यात्रा शुरू होगी। संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को ग्रामीणों को 24 किलोमीटर की पैदल दूरी तक कर जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचना पड़ता है। ग्रामीण 2007 से सड़क की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी नहीं सुनी जा रही है। जबकि 2009-10 में 32 किलोमीटर सड़क स्वीकृत कर ली गई है। लेकिन एक किलोमीटर की कटिंग के बाद कार्य ठप पड़ा हुआ है। पीएमजीएसवाई पोखरी अब सड़क का समरेखण की बदलने पर आमादा है जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा के माध्यम से क्षेत्र के गांवों का समर्थन मांगा जा रहा है ताकि आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जा सके। पदयात्रा में प्रेम सिंह सनवाल, राजेंद्र सिंह भंडारी, प्रताप सिंह, लक्ष्मण सिंह आदि शामिल है।

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