गोपेश्वर (चमोली)। मातृत्व स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम के तहत रविवार को गोपेश्वर में संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी एवं एएनएम महिला स्वास्थ्य कार्यकत्री को महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए।
कार्यशाला में प्रशिक्षक डॉ. कोमल ने बताया कि गर्भधारण के तीन माह के अंदर गर्भवती को प्रसव पूर्व जांच का पंजीकरण करवाना जरूरी है। प्रसव पूर्व जांच करने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में पता चलने से उसे आसानी से दूर किया जा सकती है। इसके लिए सरकार ने मुफ्त प्रसव पूर्व जांच की व्यवस्था की है। गर्भवती महिला की टीकाकरण से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे का भी संक्रमण से बचाव होता है। कार्यक्रम प्रबंधक नरेंद्र सिंह ने बताया कि जनपद चमोली में माह के प्रत्येक सोमवार एवं नो तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस में मातृत्व मृत्यु दर को कम करने के लिए इन दिवसों में विशेष शिविर लगाए जाते हैं। जिसमें उच्च जोखिम वाली गर्भवती माताओं को चिन्हित कर उपचारित किया जाता है। आशा कार्यकर्ती को प्रत्येक उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिला को चिन्हित करने के लिए सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। चिन्हित हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली गर्भवती महिला को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान विजिट के लिए वाहन व्यय सौ रुपया दिया जाता है। सुरक्षित संस्थागत प्रसव के 42 दिनों के बाद आशा को पांच सौ प्रसूता की देखभाल के लिए प्रोत्साहन राशि दिया जाता है।