गोपेश्वर (चमोली)।एशिया पैसेफिक ग्रीन फैडरेशन और उत्तराखंड परिर्वतन पार्टी आठ सदस्यीय टीम ने तपोवन-रैंणी आपदा और राहत-बचाव कार्यों की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है। आपदा क्षेत्र का दौरा कर लौटी टीम का नेतृत्व कर रहे पीसी तिवारी ने कहा कि जहां आपदा के लिये सुरक्षा व्यवस्था की बदइंतजामी की बात सामने आ रही हैं। वहीं राहत व बचाव कार्य में समंवय की कमी का मामला सामने आया है। ऐसे में भारत सरकार को उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच करनी चाहिए। जिससे भविष्य में सबक लिया जा सके।
एशिया पैसेफिक ग्रीन फैडरेशन की सदस्य स्निग्धा तिवारी और उत्तराखंड परिर्वतन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने सवोच्च न्यायालय के अधिवक्त अनुप्रधा सिंह, शशांक, प्रतीक, गोपाल राम, नीतू और नीता टम्टा के साथ तपोवन-रैंणी आपदा क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने राहत कार्य का नेतृत्व कर रहे जिला प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोगों और पीड़ितों के परिजनों से वार्ता की। आपदा क्षेत्र से लौटे पीसी तिवारी और स्निग्धा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि परियोजना निर्माण कार्य में सुरक्षा व्यवस्थाओं की कमी की बात सामने आई है। कहा कि मजदूरों द्वारा परियोजना में सुरक्षा के नाम पर कार्य करने वाले लोगों को हेलमेट और जूतों के अलावा कोई भी सुरक्षा उपकरण न दिये जाने की जानकारी मिली है। वहीं स्थानीय लोगों ने राहत-बचाव कार्य में लगी एजेंसियों और परियोजना निर्माण कर रही एनटीपीसी के बीच समन्वय की कमी के चलते देरी की बात कही है। ऐसे में सरकार को मामले की जांच कर भविष्य के लिये रणनीति तैयार करनी चाहिए।