सरकार ने घोषित किया माल्टे का सात व नींबू का चार रूपये समर्थन मूल्य
यशवंत राणा
पोखरी (चमोली)। चमोली जिले के पोखरी विकास खंड के अधिकांश गांवों में इस बार माल्टा, संतरा व नींबू की अच्छी पैदावार हुई है। जिससे कास्तकार खूश भी थे लेकिन सरकार की ओर से अच्छा समर्थन मूल्य घोषित न किये जाने व विपणन की व्यवस्था न होने से काश्तकारों में मायूसी छायी है।
बताते चलें कि पोखरी विकास खण्ड में सरकार और उद्यान विभाग की ओर से विपणन की कोई व्यवस्था न होने और समर्थन मुल्य बहुत ही कम घोषित किये जाने के कारण काश्तकार अपने माल्टे, नींबू संतरे सहित अन्य फलों को या तो विचैलियो के हाथों औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं या वे पेड़ों पर ही बर्बाद हो रहे हैं। विकास खण्ड के गुगली, वल्ली, खन्नी, हरिशंकर, गनियाला, रौता, पोगठा, थालाबैड, बगथल, भिकोना, तोणजी, नैल, नौली, श्रीगढ, कलसीर, पाटी, जखमाला सहित तमाम गांव है जहां पर काश्तकार माल्टा, संतरा व नींबू सहित अन्य फलों की उद्यानीकरण करता है लेकिन सरकार की ओर से इन्हें उचित मूल्य व विपणन की व्यवस्था न किये जाने से काश्तकारों को अब इस ओर से मोह भंग होता चला जा रहा है।
क्षेत्र के काश्तकार एडवोकेट देवेन्द्र राणा, कुलदीप सिंह, बीरेंद्र नेगी, मुरली सिंह सुबेदार मातवर नेगी, मुकेश नेगी, दिगपाल सिंह, सत्येन्द्र नेगी का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष माल्टा, नींबू, संतरा सहित अन्य फलों का उत्पादन अच्छा हुआ है लेकिन सरकार की ओर से घोषित समर्थन मूल्य कम होने के कारण काश्तकार मायूस है। उनका कहना है कि बाजार में संतरा, माल्टा व नींबू 40 से 50 रुपये किलो बिक रहा है जबकि सरकार ने चार व सात रुपये किलो समर्थन मूल्य घोषित किया है। उनका यह भी कहना है कि इस बार कोरोना महामारी के चलते हजारों की संख्या में प्रवासी बेरोजगार होकर घर लौटे हैं जिनके खाली हाथों को रोजगार देने के लिये उत्तराखंड और केन्द्र की सरकार ने मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत इन्हें कृषि बागवानी के जरिये रोजगार देने का दम भरा था लेकिन सरकारें इस ओर कितनी संजीदा और गम्भीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि इस वर्ष माल्टे और नींबू का बहुत ही कम समर्थन मुल्य घोषित किया गया है जिसमें उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है। ऐसे में सरकार कैसे इन बेरोजगार युवकों को रोजगार दे पायेंगे यह अपने आप में बड़ा सवाल है। इनका यह भी आरोप है कि सरकार एक ओर किसानों की आय दोगुना करने की बात कर रही है और समर्थन मूल्य ना के बाराबर दे रही है तब भला कैसे किसानों की आय दोगुनी होगी सोचनी विषय है।
इस वर्ष विभाग की ओर से माल्टे सी ग्रेड का सात रुपये प्रति किलो और नींबू का चार रुपये प्रति किलो समर्थन मुल्य घोषित किया गया है। इसी दर पर खरीद की जायेगी।
मनोज पुंडीर, प्रभारी उद्यान विभाग पोखरी, चमोली