थराली (चमोली)। चमोली जिले के थराली ब्लॉक के कुराड़-पार्था सड़क रख-रखाव के अभाव में खस्ताहाल हो गई है। लेकिन विभाग सड़क के सुधारीकरण को लेकर लापरवाह बना हुआ है। जिसे देखते हुए अब ग्रामीणों ने यहां स्वयं सड़क सुधारीकरण का कार्य शुरु कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार विभागीय अधिकारियों से सुधारीकरण की गुहार लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर यह निर्णय लिया गया है। ऐसे में पहाड़ी क्षेत्रों में सुरक्षित यातायात को लेकर शासन और प्रशासन की संवेदनशीलता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें थराली ब्लॉक के पार्था, सगवाडा, डूंगा, कोली हरिनगर गांवों को यातायात से जोड़ने के लिये पीएमजीएसवाई की ओर से वर्ष 2013-14 में 17 किमी कुराड-पार्था सड़क का निर्माण शुरु किया गया। जिसका निर्माण विभाग की ओर से वर्ष 2016-17 में पूर्ण कर लिया गया है। लेकिन निर्माण के बाद से विभाग सड़क के रख-रखाव को लेकर लापरवाह बना हुआ है। जिसके चलते यहां सड़क अब गढडों में तब्बदील हो गई है। वहीं बरसात के दौरान क्षतिग्रस्त हिल साइड के पुस्तों का मलबा भी सड़क पर पड़ा हुआ है। ऐसे में यहां ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य भास्कर पांडे, ग्राम प्रधान हरिराम, लक्ष्मी पांडे, अनिल पांडे और सतीश चंद्र का कहना है कि कई बार विभागीय अधिकारियों से सड़क सुधारीकरण की मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में अब ग्रामीणों द्वारा अपनी व परिजनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सड़क पर स्वयं ही गढ़डे भरने और मलबा हटाने का कार्य शुरु कर दिया है।
कुराड़-पार्था सड़क के सुधारीकरण के लिये जिला योजना के तहत प्रस्ताव स्वीकृति के लिये भेजा गया है। साथ ही बजट की प्रत्याशा में सुधारीकरण की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है। वित्तीय स्वीकृति मिलते ही सड़क का सुधारीकरण कार्य शुरु कर लिया जाएगा।
धीरेंद्र सिंह भंडारी, कनिष्ठ अभियंता, पीएमजीएसवाई, चमोली।