हरिद्वार। एक पूर्व ट्रस्टी पर उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के स्वामी महानन्द समर्थ सेवा ट्रस्ट पर कब्जे के प्रयास का आरोप लगा है। एक ट्रस्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्व ट्रस्टी के खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। कोतवाली हरिद्वार में मुकदमा दर्ज कराते हुए ट्रस्टी राजू दीक्षित पुत्र रामस्वरूप दीक्षित मिलाबली कोतवाली देहात जिला एटा यूपी ने बताया कि उनका ट्रस्ट वर्ष 2004 से रजिस्टर्ड है। ट्रस्ट में पूर्व में स्वामी भास्करानन्द उर्फ निर्मल सदस्य चले आते थे, जिनकी गलत गतिविधियों के कारण आश्रम न्यासी मंडल ने पिछले वर्ष पदमुक्त कर दिया था। आरोप है कि तब से स्वामी भास्करानन्द उर्फ निर्मल आश्रम पर कब्जे का प्रयास कर रहा है और गैरकानूनी तरीके से आश्रम कैंपस में ही रह रहा है।
आरोप है कि 28 नवंबर को न्यासी मंडल की बैठक में पहुंचकर स्वामी भास्करानन्द ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने का प्रयास किया। आरोप है कि स्वामी भास्करानंद ट्रस्टियों पर दबाव बनाकर संपत्ति हड़पना चाहता है और धमकी देता है कि वह उनकी हत्या करवा देगा। आरोप है कि कोषाध्यक्ष, महामंत्री के अलावा उपाध्यक्ष के साथ अभद्रता कर चुका है। पूर्व ट्रस्टी ने आश्रम से कीमती सामान भी गायब कर दिया है। जबरन आश्रम में रहकर कमरों को गैर कानूनी तरीके से किराए पर देता है। यही नहीं उसने आश्रम का अध्यक्ष रहते हुए रकम का भी गबन किया है। पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।