जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ से बदरीनाथ धाम को जाने वाले नृसिंह मन्दिर बाईपास सड़क में लोनिवि ने धाम के कपाट खुलने के कुछ समय पहले 58 लाख से अधिक लागत से दो किलोमीटर सड़क पर डामरीकरण का कार्य किया था, जो यात्रा शुरू हुए 11 दिन बाद ही इसके डामर जगह-जगह से उखड़ने लगा है। जिसको लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
पैंखण्डा युवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष समीर डिमरी का कहना है कि डामरीकरण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है जिससे यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से की गई घटिया गुणवत्ता का खामियाजा यहां आ रहे श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने उन्होंने विभाग पर सरकारी धन का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में यदि शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं होती है तो क्षेत्र की जनता को वृहद आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।
वहीं इस बाईपास मार्ग पर नृसिंह मन्दिर के पास 75 मीटर पेंच बहुत खतरनाक बना है, जहां पर कोई बड़ा हादसा ही सकता है। जिसे ठीक करवाने मांग की भी मांग स्थानीय लोगों ने कई बार विभाग से गुहार लगा दी है लेकिन अभी तक इस पर भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लायी गई है।
इधर लोनिवि के एई अनिल कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। इसको लेकर संबंधित ठेकेदार से पत्र व्यवहार कर तुरन्त जहां पर भी ये दिक्कते है उसे ठीक करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही नृसिंह मन्दिर के पास 75 मीटर पेंच पर मिट्टी भर कर लेबल कर टायल्स बिछाने की योजना है, जल्द ही ये काम शुरू हो जाएगा।