जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले के नीती घाटी के सूकी-भलगांव के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गांव में हो रहे भूस्खलन का सर्वेक्षण कर शीघ्र सुधारीकरण करवाने की मांग उठाई है। ग्रामीणों ने शीघ्र भूस्खनल जोन के सुधारीकरण को लेकर कार्रवाई न किये जाने पर विधानसभा चुनावों से दूरी बनाये रखने की बात कही है।
बता दें कि बीते अक्तूबर माह में हुई बारिश से गांव के निचले हिस्से से भूस्खलन सक्रीय हो गया है। जिससे गांव के खेत, गौशाला और आवासीय भवन खतरे की जद में आ गये हैं। जिससे ग्रामीणों को अब अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। ग्राम प्रधान लक्ष्मण बुटोला, सरपंच हरीश भट्ट, हुकम सिंह और विजया देवी का कहना है कि यदि सरकार, शासन और प्रशासन की ओर से भूस्खलन जोन का शीघ्र सुधारीकरण नहीं किया जाता, तो गांव के विस्थापन की स्थिति पैदा हो जाएगी। लेकिन जन प्रतिनिधियों से प्रशासनिक अधिकारियों तक गुहार लगाने के बाद भी वर्तमान तक कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं हो सकी है। ऐसे में ग्रामीण अब विधानसभा चुनाव बहिष्कार का मन बना रहे हैं।
इधर, आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी का कहना है कि सूकी-भलागांव के सर्वेक्षण के लिये भूगर्भवेताओं की टीम को गांव में भेजा जा रहा है। जिनकी रिपोर्ट मिलने के बाद गांव की सुरक्षा के लिये कार्य करवाये जाएंगे।