जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख दिया एक दिवसीय सांकेतिक धरना
गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के ग्रामीणों ने मंगलवार को कल्प क्षेत्र विकास आंदोलन के बैनर तले क्षेत्र की सात सूत्रीय मांगों को लेकर चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर की सड़कों पर जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। साथ जिलाधिकारी कार्यालय परिसर के सम्मुख सांकेतिक धरना देते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा। प्रदर्शन के माध्यम से चेतावनी भी दी गई कि यदि शीघ्र ही उनकी मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
कल्प क्षेत्र विकास आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि एक लंबे समय से ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते आ रहे है लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन देकर चुप करा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारा दुर्भाग्य है कि आजादी के 75 साल बाद भी हम सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों के लिए लड़ाई लड़ रहे है लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि उर्गम घाटी को जोड़ने वाला मोटर मार्ग हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग की हालत इतनी खास्ता हाल है कि उस पर चलना जान जोखिम में डालने से कम नहीं है। कई बार इसकी शिकायत कर दी गई है लेकिन प्रशासन भी कुछ नहीं कर पा रहा है कई बार जिले के आलाधिकारी मौके पर चले गये है और हर बार उन्हें दिलासा देकर लौट जाते है। लेकिन कोई सकारात्मक हल नहीं निकाला जा रहा है। प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष अनूप नेगी का कहना था कि डबल इंजन की सरकार के नाम पर हमसे वोट तो मांग लिये जा रहे है लेकिन काम कुछ नहीं हो पा रहे है। जनता को फ्री की राशन में उलझा कर रखा जा रहा है और विकास कार्य ठप पड़े है। उन्होंने कहा कि उनकी सात सूत्रीय मांग है जिनमें पीएमजीएसवाई के तहत निर्माणाधीन मोटर मार्ग भेटा-भर्की-गिरा-बांसा मोटर मार्ग पर द्वितीय चरण का कार्य शीघ्र शुरू किया जाए, भेटा-भर्की मोटर मार्ग पर जो निर्माण कार्य किया गया है उसका मलवा शीघ्र हटाया जाए, हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग का मरम्मत का काम चल रहा है लेकिन जिन स्थानों पर सड़क अत्यधिक खराब है वहां पर कार्य नहीं किया जा रहा है। इसकी जांच की जानी चाहिए, भेटा-भर्की मोटर मार्ग पर दो पुल स्वीकृत है जिनका काम बंद है शीघ्र शुरू किया जाए, राजकीय इंटर कालेज उर्गम में प्रयोगशाला का कार्य शुरू किया जाए, भेटा-भर्की मोटर मार्ग निर्माण से जो पैदल रास्ते, पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हो रखी है उसे ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही ऐसा नहीं होता है तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर प्रमुख हरीश परमार, प्रधान मंजू देवी, शंकर सिंह, हर्षबर्धन सिंह, कुसुम देवी, हेमलता देवी, राजेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।