गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में शनिवार को मौसम ने करवट बदल ली है। जिससे एक बार फिर चमोली में बारिश और बर्फवारी होने की आस जग गई है। जिले में सुबह से ही आसमान में बादल छाये होने से समूचा जिला कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है। हालांकि देर शाम तक भी जिले में बारिश और बर्फवारी नहीं हुई है।
चमोली जिले में डेढ माह से बारिश और बर्फवारी न होने से यहां सूखी ठंड पड़ रही है। जिससे लोग सर्दी और जुकाम से परेशान हैं। वहीं काश्कतारों में भी फसल खराब होने की चिंता गहराने लगी है। जहां ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फवारी न होने से सेब की फसल पर बुरा प्रभाव पड़ने को लेकर काश्तकार चिंतित हैं। वहीं निचले इलाकों में सब्जी उत्पादकों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। वहीं जोशीमठ क्षेत्र में बारिश और बर्फवारी न होने से इन दिनों यहां सेलंग, चांई और उर्गम घाटी के जंगल तीन दिनों से धू-धू कर जल रहे हैं। शनिवार को मौसम के बदले मिजाज के बाद जहां ठंड के चलते लोग घरों में दुबक गये हैं। वहीं काश्तकारों में बारिश और बर्फवारी को लेकर आस बंध गई है।