गोपेश्वर (चमोली)। जहां एक और पुलिस दोपहिया वाहन चालको की छोटी सी गलती के लिए भी कई दफा, कई-कई दफाओं में चालान कर वाहनों को सीज तक कर देती है लेकिन आजकल बिना हेलमेट और बिना साइलेंसर के तीन-तीन सवारियों को बैठाकर कांवड के नाम पर अनियंत्रित गति से वाहन चलाने वालों का फूलों और जूस पिलाकर स्वागत किया जा रहा है। ये कैसा कानून है।
एक ही राज्य में वाहनों के लिए ये कौन सा कानून आ गया है कि कावंड के नाम पर जो मर्जी कर लो और आम आदमी यदि किसी जरूरी काम से भी जा रहा है हो तो उसका किसी न किसी तरह से चालान कर उसको बेवजह परेशान किया जाए। ये अच्छी बात है कि पुलिस वाहन चालको को सुरक्षित यातायात के लिए जागरूक और उन्हें हेलमेट पहनने, यातायात के नियमों का पालन करने के लिए कहती है। इसकी सराहना की जानी चाहिए और की जाती रही है। परंतु आजकल जो कांवड के नाम पर अनियंत्रित गति से दोपहिया वाहन चला रहे है और वह भी बिना साइलेंसर लगे वाहनों के साथ उस पर भी नियंत्रण होना चाहिए ताकि कानून का भय बना रहे लेकिन जिस तरह से आम जनता के साथ दूसरा व्यवहार और कांवडिये के नाम पर कानून की धज्जियां उड़ायी जा रही है उस पर भी पुलिस को ध्यान देना चाहिए न कि उनका फूलों से और जूस पिलाकर स्वागत किया जाना चाहिए।

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