गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में लॉकडाउन के बाद सोमवार को एक वर्ष बाद जिला पंचायत की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों के न पहुंचने पर यहां सदन की ओर से निंदा प्रस्ताव पास किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष रंजनी भंडारी ने अधिकारियों की अनुपस्थिति के मामले को गंभीरता से लेते हुए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक रुप से बैठक में शामिल होने की बात कही।

चमोली जिला पंचायत की ओर से सोमवार को जिला पंचायत की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान यहां बड़े पैमाने पर विभिन्न विभागों के अधिकारी बैठक के नदारद रहे। जिस पर बैठक के शुरुआत में ही जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी ने अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिला पंचायत की बैठक जिले के विकास कार्यों के नियोजन की महत्वपूर्ण बैठक है। लेकिन अधिकारी बैठक को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। जो विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों की गंभीरता को प्रदर्शित करता है। इस दौरान थिरपाक वार्ड के जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट ने अधिकारियों के सदन से अनुपस्थित होने पर निंदा प्रस्ताव पारित करने की बात कही, जिस पर जिला पंचायत अध्यक्ष सहित सभी सदस्यों ने ध्वनिमत से निंदा प्रस्ताव पर सहमति जताई। वहीं बैठक में के दौरान जिला पंचायत सदस्यों की ओर जल जीवन मिशन के तहत किये जा रहे कार्यों के साथ ही, लोनिवि और पीएमजीएवाई की ओर से किये जा रहे कार्यों को लेकर सवाल उठाये। लेकिन बैठक से अधिकारियों के अनुपस्थित होने के चलते सदस्य विभागों की ओर से मिले जवाबों से असंतुष्ट नजर आये। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह, ब्लॉक प्रमुख पोखरी प्रीति भंडारी, दीपा देवी, कांति देवी आदि मौजूद थे।

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