लखनऊ । सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य (संस्था प्रधान) के 1453 रिक्त पदों पर भर्ती तीन महीने बाद शुरू होने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को टीजीटी-पीजीटी के 15508 पदों के साथ ही प्रधानाचार्यों की भी भर्ती शुरू करनी थी लेकिन कुछ तकनीकी अड़चनों से फिलहाल यह भर्ती टाल दी गई है। चयन बोर्ड को प्रधानाचार्यों के 1453 पदों का अधियाचन मिला है। यह पहला अवसर है जब इतनी बड़ी संख्या में चयन होगा। इससे पहले 2013 में 634, 2011 में 942, 2008 में 1139, 2002 में 990, 2000 में 517 जबकि 1998 में 640 पद विज्ञापित हुए थे।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चयन बोर्ड अब तक 2013 में शुरू प्रधानाचार्य भर्ती का साक्षात्कार शुरू नहीं कर पाया है। प्रधानाचार्यों के 634 पदों पर चयन के लिए साक्षात्कार जनवरी में प्रस्तावित है जिसके बाद जनवरी अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में 1453 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी होने की उम्मीद है। प्रधानाचार्य भर्ती शुरू न होने का दूसरा बड़ा कारण है कि संजय सिंह के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2021 से पहले चयन प्रक्रिया पूरी करने के आदेश दिए हैं। टीजीटी-पीजीटी के साथ प्रधानाचार्य भर्ती इन नौ महानों में संभव नहीं, इसलिए शिक्षक भर्ती से इसे अलग कर लिया गया ताकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन हो सके।