थराली (चमोली)। चमोली जिले के नारायणबगड ब्लाॅक के मींग गधेरा-डांगतोली मोटर मार्ग पर कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई की ओर से किये गये सडक निर्माण के दौरान एक कास्तकार का भवन व शौचालय क्षतिग्रस्त हो गया था। लेकिन पांच साल गुजर जाने के बाद भी अभी तक पीड़ित व्यक्ति को मुआवजा नहीं मिल पाया है। पीड़ित ने इस संबंध में शासन से लेकर प्रशासन तक गुहार लगा दी है लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लायी गई है। पीड़ित परिवार गांव में ही किराये के भवन पर रह कर अपना गुजारा कर रहा है।
नारायण बगड ब्लाॅक के सनेड गांव निवासी हरक सिंह पुत्र केदार सिंह ने बताया कि वर्ष 2017-18 में पीएमजीएसवाई की ओर से मोटर मार्ग मींग गधेरा-डांगतोली का निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ, जिसमें सनेड गांव स्थित उनके आवासीय मकान के नीचे से सडक कटिग का कार्य किया गया जिससे भूकटाव होने के कारण उनके आवासीय मकान में दरारे आ गयी थी। जिसकी सूचना विभागीय अधिकारीयों को दी गयी, लेकिन विगत पांच सालांे से विभागीय अधिकारियों की ओर से उन्हें केवल आश्वसन ही दिया जा रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से भी इस मामले में गुहार लगायी थी। जिस पर डीएम ने आंगणन तैयार कर मुआवजा देने के लिए विभाग को कहा गया लेकिन इस पर भी विभाग ने कोई कार्रवाई आज तक नहीं की है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही उनका मुआवजा नहीं दिया जाता है तो वे आगामी छह अगस्त से तहसील कार्यालय पर धरना शुरू कर देंगे।
वहीं तहसीलदार सुरेन्द्र सिंह देव ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी को पीएमजीएसवाई की ओर से कोई आवश्यक कार्रवाई न करने पर विभाग पर कार्रवाई करने का पत्र भेजा गया है।
इधर अधिशासी अभियंन्ता पीएमजीएसवाई प्रमोद गंगाडी ने कहा कि इस संबंध में तकनीकी जांच करवायी जा रही है। उनका यह भी कहना है कि काश्तकार की क्षतिग्रस्त गोशाला का मुआवजा दिया जा चुका है।